Rajasthan News: राजस्थान को कोटा शहर, जिसे आज तक सिर्फ इंजीनियर और डॉक्टर बनाने की 'फैक्ट्री' के तौर पर जाना जाता था, अब उसकी एक छोटी सी पंचायत ने पूरे देश को एक नई राह दिखाई है. कोटा की गढ़ेपान पंचायत (Gadepan Panchayat) ने ऐसा कमाल कर दिखाया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) भी इसके कायल हो गए हैं. स्वच्छता और नवाचार के लिए इस पंचायत को राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया गया है. यह सम्मान पाने वाली राजस्थान की तीसरी पंचायत है. लेकिन सवाल यह है कि इस गांव में ऐसा क्या है, जो इसे दूसरों से अलग बनाता है?
सफाई से शुरू हुई विकास की कहानी
गढेपान पंचायत की सरपंच रेखा गुर्जर भले ही ज्यादा पढ़ी-लिखी न हों, लेकिन उनके हौसले ने इस पंचायत की सूरत बदल दी है. उन्होंने सरपंच बनते ही ठान लिया था कि वह अपने गांव को एक आदर्श पंचायत बनाकर ही दम लेंगी. सबसे पहले उन्होंने गांव की सबसे बड़ी समस्या, गंदगी और ड्रेनेज सिस्टम पर ध्यान दिया.
कोटा की गढेपान पंचायत बनी नजीर
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आज इस पंचायत का सीवरेज सिस्टम बड़े-बड़े शहरों को भी मात दे रहा है. गांव की हर गली में पक्की सीमेंट की सड़क है. हर घर से कूड़ा इकट्ठा करने के लिए एक खास मॉडल तैयार किया गया है. गांव में एक रिसोर्स रिकवरी सेंटर (RRC) भी बनाया गया है, जहां कूड़े को रीसाइकिल किया जाता है. इससे न सिर्फ गांव साफ हुआ है, बल्कि कुछ लोगों को रोजगार भी मिला है और पंचायत की कमाई भी होने लगी है.
गांव की पंचायत बन गई 'स्मार्ट सिटी'
गढेपान पंचायत में सिर्फ सफाई पर ही काम नहीं हुआ, बल्कि यहां के जीवन स्तर को सुधारने के लिए भी कई बड़े कदम उठाए गए हैं. गांव में आधुनिक सुविधाओं से लैस अस्पताल है. बच्चों के लिए शानदार स्टेडियम है. पंचायत भवन में एक अत्याधुनिक जिम भी है, ताकि युवा स्वस्थ रह सकें. सरकार की योजनाओं का लाभ ग्रामीणों तक पहुंचाने के लिए समय-समय पर शिविर भी लगाए जाते हैं.
पीएम सम्मान के बाद गढेपान पंचायत में उत्सव
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इन सब कामों के लिए पंचायत को CSR फंड से भी मदद मिली. करीब 30 करोड़ रुपये के विकास कार्यों से इस पंचायत की तस्वीर पूरी तरह बदल गई है. आज दूर-दराज से लोग इस पंचायत को देखने और इसके मॉडल को समझने के लिए आ रहे हैं.
युवाओं को मिल रहा है सपनों का रोजगार
इस पंचायत की सबसे खास बात यह है कि इसने सिर्फ बुनियादी सुविधाओं पर ही ध्यान नहीं दिया, बल्कि युवाओं के भविष्य को भी संवारा है. गांव में एक कंपनी के सहयोग से स्किल डेवलपमेंट सेंटर शुरू किया गया है. यहां युवाओं को नौकरी दिलाने के लिए प्रोफेशनल और जॉब ओरिएंटेड कोर्स करवाए जाते हैं. अभी तक 100 से ज्यादा युवाओं को ट्रेनिंग के बाद अच्छी नौकरियां मिल चुकी हैं. यह सेंटर गांव के युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने का एक बड़ा जरिया बन रहा है.
सरपंच रेखा गुर्जर ने कर दिखाया कमाल
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15 अगस्त को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सम्मान मिलने के बाद गढेपान पंचायत में जश्न का माहौल है. सरपंच रेखा गुर्जर के गांव लौटने पर उनका जोरदार स्वागत किया गया. लोग उन्हें फूल-मालाएं पहनाकर बधाई दे रहे हैं. आज गांव के युवा और लोग गर्व से कह रहे हैं कि "हमारी पंचायत किसी भी शहर से कम नहीं है." गांव में " सेल्फी विद पंचायत" का भी क्रेज बढ़ता जा रहा है.
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