पश्चिमी राजस्थान के सुप्रसिद्ध लोकदेवता बाबा रामदेव की अवतरण तिथि भादवा-शुक्ला द्वितीया के उपलक्ष्य में सोमवार को अलसुबह मंगला आरती के साथ 639वें भादवा मेले का विधिवत रूप से शुभारंभ हो गया. जो एकादशी तक बाबा रामदेव की कर्मभूमि रामदेवरा में चलेगा. इस अवसर पर बाबा की समाधि के मस्तक पर स्वर्ण मुकुट प्रतिष्ठापन किया गया. कलेक्टर आशीष गुप्ता,एसपी विकास सांगवान,राव गादीपति भोम सिंह ने बाबा की समाधि की विधि विधान से पूजा-अर्चना की एवं यहां आने वाले श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं प्रेषित की. रामदेवरा में भादवा मेले की शुरुआत के साथ यहां पूरे राजस्थान के साथ-साथ दूसरे राज्यों से भी भक्तों की भारी भीड़ जमा हुई है. पदयात्रा करते हुए लोग यहां पहुंच रहे हैं.
आज अनुमानित तीन लाख श्रद्धालु करेंगे दर्शन
आज भादवा मेले के पहले दिन लाखों श्रद्धालुओं का जमावड़ा रामदेवरा में लगा हुआ है और आज लगभग तीन लाख लोग बाबा रामदेव जी की समाधि के दर्शन करेंगे. जिसके कारण रामदेवरा का आसमान में बाबा रामदेव जी की ध्वजाए ही ध्वजाए दिख रही है और रामदेवरा आने वाले हर मार्ग पर बाबा के जातरू ही दिख रहे है. मेले के शुभारंभ से पहले ही करीब पंद्रह लाख श्रद्धालु बाबा रामदेव जी की समाधि के दर्शन कर चुके है.
सुबह तीन बजे से रात्रि 12 बजे तक होगा दर्शन
बाबा रामदेव समाधि समिति द्वारा मेले को देखते हुए व्यापक तैयारियां की गई है. मंदिर में श्रद्धालुओं को सुबह तीन बजे से रात्रि बारह बजे तक दर्शन करने दिया जाएगा. दर्शन का टाइम बढ़ाए जाने से श्रद्धालुओं को काफी राहत मिली है.
सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था
मेले में सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था की गई है. मेले में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गोपाल सिंह भाटी के नेतृत्व में अतिरिक्त पुलिस जाब्ता करीब तीन हजार पुलिसकर्मियों का तैनात किया गया है. इसके अलावा सीसीटीवी के माध्यम से भी मॉनिटरिंग की जा रही है.
मेले की प्रमुख विशेषताएं
- बाबा रामदेव की समाधि पर स्वर्ण मुकुट प्रतिष्ठापन
- लाखों श्रद्धालुओं का समागम
- सुबह तीन बजे से रात्रि बारह बजे तक दर्शन की व्यवस्था
- चाक चौबंद सुरक्षा-व्यवस्था
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