Lawrence Bishnoi: अजमेर हाई सिक्योरिटी जेल में बंद लॉरेंस बिश्नोई के खास शूटर विक्रम सिंह बराड़ की अचानक तबियत खराब हो गई. उसे कड़ी सुरक्षा में जवाहरलाल नेहरू अस्पताल लाया गया, जहां उसका इलाज कर वापस हाई सिक्योरिटी जेल शिफ्ट कर दिया. बराड़ पर राजस्थान सहित अलग-अलग राज्यों में हत्या, लूट, डकैती और जान से मारने की धमकी सहित कई मुकदमे दर्ज हैं. विक्रम बराड़ अजमेर की हाई सिक्योरिटी जेल में बंद है.
पैरों और पेट में दर्द
गैंगस्टर विक्रम सिंह बराड़ के पैरों में तकलीफ की वजह से चलने में परेशानी होती है. पेट दर्द की बीमारी के कारण मंगलवार (15 सितंबर) को हथियारबंद कमांडो और कड़ी सुरक्षा के बीच जेएलएन अस्पताल लाया गया. कई थानों की पुलिस अस्पताल में तैनात रही. पूरा अस्पताल परिसर को छावनी में तब्दील कर दिया गया था.
डॉक्टर से बोला-याददाश्त हो रही खत्म
हाई सिक्योरिटी जेल के डॉक्टर वैभव महेश्वरी के साथ गैंगस्टर विक्रम बराड़ को जेएलएन अस्पताल लाया गया. चेकआप के दौरान विक्रम बराड़ ने डॉक्टर से कहा कि उसकी याददाश्त खत्म हो गई है. पुराने किस्से उसे बिल्कुल याद नहीं है. आंखों, पेट दर्द, पैरों की तकलीफ और सहित दीमाग से भी बीमार होना बताया.
सिद्धू मूसेवाला की हत्या के मामले में है नामजद
विक्रम सिंह बराड़ लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ का करीबी माना जाता है. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने आरोपी विक्रम बराड़ को यूएई से गिरफ्तार किया था. यूएई से विक्रम बराड़ को भारत लाई थी. विक्रम सिंह बराड़ पर आरोप है कि पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में गोल्डी बराड़ और लॉरेंस बिश्नोई की मदद की थी.
हथियारों की भारत में करता था तस्करी
NIA के जांच में सामने आया कि विक्रम बराड़ लॉरेंस बिश्नोई की मदद भारत में हथियारों की तस्करी और वसूली में शामिल था. उसके खिलाफ हत्या, हत्या के प्रयास, जबरन वसूली और अवैध हथियार सहित कई मामले दर्ज हैं.
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