Sikar: सीकर संभाग खत्म होने के बाद भजनलाल सरकार के विरोध में सड़कों पर उतरे वकील, अब होगा बड़ा आंदोलन!

Protest in Sikar and Neemkathana: आज (2 जनवरी) को सीकर जिला मुख्यालय पर अभिभाषक संघ की ओर से जमकर नारेबाजी हुई.

विज्ञापन
Read Time: 2 mins

Rajasthan: राजस्थान में 9 जिले और 3 संभाग खत्म करने के भजनलाल सरकार के फैसले विरोध कई जगह दिख रहा है. सीकर संभाग और नीमकाथाना जिले के गठन का आदेश निरस्त होने के बाद वकील सड़कों पर हैं. आज (2 जनवरी) को सीकर जिला मुख्यालय पर अभिभाषक संघ की ओर से जमकर नारेबाजी हुई. फैसले के विरोध में सरकार ने शहर के मुख्य स्थानों पर रैली निकाली. संघ के अध्यक्ष भगीरथ मल जाखड़ ने कहा कि बीजेपी सरकार ने शेखावाटी के लोगों के साथ अन्याय किया है. नीमकाथाना (Neem Ka Thana) के लोग पिछले कई वर्षों से जिले की मांग कर रहे थे. इसके बाद पूर्वर्ती कांग्रेस सरकार ने नीमकाथाना को जिले की सौगात और सीकर को संभाग बनाने की घोषणा की थी. लेकिन बीजेपी भाजपा सरकार ने यह दर्जा छीन लिया, जो उचित नहीं है. 

सीकर संभाग की बहाली के लिए वकीलों का ये है तर्क

अधिवक्ता पुरुषोत्तम शर्मा ने कहा कि इसका भौगोलिक दृष्टि से सीमांकन कर अधिसूचना जारी की गई थी, जिसके बाद सीकर संभाग अस्तित्व में आया. सीकर संभाग में चुरु, झुन्झनू, सीकर व नीमकाथाना जिलों को शामिल किया गया था. उनका कहना है कि पिछले 17 महीनों के दौरान सीकर संभाग मुख्यालय पर संभागीय आयुक्त, अतिरिक्त संभागीय आयुक्त की नियुक्ति की गई थी. संभाग स्तर पर आईजी को भी लगाया गया. ऐसे में सीकर संभाग को निरस्त करने का फैसला सही नहीं है. सरकार को फैसले पर विचार करते हुए संभाग और नीमकाथाना जिला बहाल करना चाहिए.  

Advertisement

फिर से जयपुर के चक्कर काटने को मजबूर होंगे लोग

वकीलों का कहना है कि यहां प्रशासनिक ढांचा धीरे-धीरे काम करने लगा था. लेकिन अब यहां के लोगों को फिर से जयपुर चक्कर काटने पड़ेंगे. वकीलों ने चेतावनी देते हुए कहा कि सीकर को संभाग व नीमकाथाना को जिला निरस्त करने का आदेश बहाली करना चाहिए. ऐसा नहीं होने पर अभिभाषक संघ उग्र आंदोलन करेगा. 

Advertisement

यह भी पढ़ेंः करीब 2 लाख शिक्षकों का इंतजार हुआ लंबा, राजस्थान में आखिर क्यों नहीं हो रहे टीचर्स के ट्रांसफर?

Advertisement