Rajasthan: राजस्थान में राजकीय कर्मचारियों और अधिकारियों के लिए ट्रांसफर शुरू हो गए हैं. यह तबादले 10 जनवरी तक चलेंगे. लेकिन प्रदेश के सरकारी स्कूल में कार्यरत लाखों शिक्षकों को बड़ा झटका लगा है, क्योंकि भजनलाल सरकार ने शिक्षा विभाग में तबादलों पर लगी रोक को बरकरार रखा है. ऐसे में ट्रांसफर की आस लगाए बैठे करीब 2.20 लाख थर्ड ग्रेड शिक्षकों (लेवल-1 और लेवल-2) की उम्मीद टूट गई है. चाहे कांग्रेस हो या बीजेपी, हर सरकार के कार्यकाल में तबादला (Transfer) नीति तैयार करने के बाद ट्रांसफर की बात कही जाती रही है. लेकिन नीति ना बन पाने के चलते करीब 6 साल से टीचर्स का इंतजार लंबा हो गया है. थर्ड ग्रेड शिक्षकों की आखिरी तबादलों की लिस्ट पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के कार्यकाल के दौरान साल 2018 में जारी की गई थी.
पिछली सरकार ने शिक्षकों से लिए थे आवेदन
यहां तक कि पूर्ववर्ती गहलोत सरकार के कार्यकाल में तो थर्ड ग्रेड टीचर्स से आवेदन भी लिए गए थे. तबादले की प्रक्रिया शुरू करने की बात कहकर साल 2021 में आवेदन लिए गए थे. लेकिन यह पूरी प्रक्रिया ही ठंडे बस्ते में चली गई. इस दौरान आवेदन तो लिए गए, लेकिन शिक्षकों के तबादले नहीं हुए. ऐसे में शिक्षकों को साल 2025 में ट्रांसफर की आस है.
डार्क जोन वाले जिलों में शिक्षकों की अलग परेशानी
इसके अलावा कुल 10 जिलों में तो यह इंतजार और भी लंबा हो गया है. क्योंकि बीकानेर, बांसवाड़ा, डूंगरपुर, बाड़मेर, जैसलमेर, बारां, जालौर, सिरोही, झालावाड़ व प्रतापगढ़ जिलों को प्रतिबंधित घोषित कर रखा है. डार्क जोन होने के चलते यहां तो कई वर्षों से ट्रांसफर नहीं हुए हैं. इन जिलों में हजारों शिक्षक ऐसे हैं, जो करीब 18-20 वर्षों से एक ही स्कूल में पोस्टेड हैं.
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