ले. जनरल मनजिंदर सिंह बने साउथ वेस्टर्न कमांड के चीफ, जयपुर में ली नई जिम्मेदारी

लेफ्टिनेंट जनरल मनजिंदर सिंह ने साउथ वेस्टर्न कमांड की कमान संभाल ली है. इससे पहले जनरल मनजिंदर डेजर्ट स्ट्राइक कोर के हिस्से के रूप में एक इन्फैंट्री डिवीजन और जम्मू कश्मीर में काउंटर इंसर्जेंसी ऑपरेशन में नियंत्रण रेखा पर तैनात कोर की कमान भी संभाल चुके हैं.

Advertisement
Read Time: 2 mins
फाइल फोटो

Lieutenant General Manjinder Singh: साउथ वेस्टर्न कमांड को नया चीफ मिल गया है. लेफ्टिनेंट जनरल मनजिंदर सिंह ने जयपुर सप्त शक्ति कमांड की बागडोर संभाल ली है. पदभार ग्रहण करने से पहले लेफ्टिनेंट जनरल मनजिंदर सिंह ने प्रेरणा स्थल पर जाकर श्रद्धांजलि अर्पित कर की. सेना कमांडर ने दक्षिण पश्चिमी कमांड की कमान संभालने पर, सभी रैंकों, वीर नारियों, वेटरन्स, डिफेन्स सिविलियन और उनके परिवारों को शुभकामनाएं दी हैं. 

37 साल के मिलिट्री करियर में संभाली कई जिम्मेदारी

जनसंपर्क अधिकारी कर्नल अमिताभ शर्मा ने बताया कि लेफ्टिनेंट जनरल मनजिंदर सिंह राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, खडकवासला और भारतीय सैन्य अकादमी, देहरादून के छात्र हैं. इन्होने दिसम्बर 1986 में 19 मद्रास में कमीशन लिया. 37 साल के अपने सैन्य करियर में, उन्हें जम्मू कश्मीर और पश्चिमी मोर्चे पर कमांड और स्टाफ नियुक्तियों का गौरव प्राप्त हुआ है. जनरल ऑफिसर ने जम्मू कश्मीर में काउंटर इंसर्जेन्सी ऑपरेशन में अपनी बटालियन की कमान संभाली. नियंत्रण रेखा पर इन्फैंट्री ब्रिगेड, डेजर्ट स्ट्राइक कोर के हिस्से के रूप में एक इन्फैंट्री डिवीजन और जम्मू कश्मीर में काउंटर इंसर्जेन्सी ऑपरेशन में नियंत्रण रेखा पर तैनात कोर की कमान भी संभाली थी.

Advertisement
जनरलऑफिसर 01 जनवरी 2021 से मद्रास रेजिमेंट के कर्नल ऑफ द रेजिमेंट हैं.  वह 30 नवंबर 2022 तक एकीकृत रक्षा स्टाफ के उपप्रमुख थे. उन्होंने 01 दिसंबर 2023 को आर्मी ट्रेनिंग कमांड के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ के रूप में पदभार संभाला.

उनकी विभिन्न स्टाफ नियुक्तियों में जम्मू कश्मीर में काउंटर इंसर्जेन्सी ऑपरेशन में तैनात कोर में कर्नल जीएस (आईडब्ल्यू) और कमांड मुख्यालय में कर्नल जीएस (ऑप्स/एयर), बीजीएस (ऑप्स), एमजीजीएस (ऑप्स) और सीओएस शामिल हैं. उनकी अनुदेशात्मक नियुक्तियों में भारतीय सैन्य अकादमी में प्लाटून कमांडर और प्रशिक्षक सीएलसी और भारतीय सैन्य प्रशिक्षण दल (इम्ट्राट), भूटान में डीएस कोऑर्ड शामिल हैं. उनके नेतृत्व और राष्ट्र के प्रति कर्तव्य के प्रति समर्पण के लिए, जनरल ऑफिसर को 2015 में युद्ध सेवा मैडल, 2019 में विशिष्ट सेवा मेडल और 2024 में अतिविशिष्ट सेवा मेडल से सम्मानित किया गया है.

Advertisement

ये भी पढ़ें- कोटा के बाद राजस्थान के इस इलाके में आने लगे सुसाइड के मामले, एक ही दिन 2 छात्रों की मौत

Advertisement
Topics mentioned in this article