Lok Sabha Election 2024: राजस्थान के बांसवाड़ा-डूंगरपुर लोकसभा सीट पर 3 हमनाम प्रत्याशियों के मैदान में उतरने से भारतीय आदिवासी पार्टी के उम्मीदवार राजकुमार रोत की रातों की नींद उड़ा दी है. राजकुमार रोत ने इसे बीजेपी की साजिश करार दिया है. दरअसल, राजकुमार के नाम दो और प्रत्याशियों ने उक्त सीट से निर्दलीय नामांकन भरा है.
गौरतलब है मशहूर लेखक शेक्सपियर ने कहा था कि "नाम में क्या रखा है" लेकिन चुनावी सियासत खड़े हमनाम प्रत्याशियों ने बांसवाड़ा डूंगरपुर लोकसभा संसदीय सीट को सुर्खियों में ला दिया है, जिससे भारत आदिवासी पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी राजकुमार रोत असमंजस में पड़ गए हैं.
एक लोकसभा सीट पर सीट पर तीन-तीन राजकुमार
बांसवाड़ा डूंगरपुर लोक सभा क्षेत्र से जहां भारत आदिवासी पार्टी के प्रत्याशी के रूप में राजकुमार रोत चुनावी मैदान में हैं, तो वहीं निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर दो और प्रत्याशियों ने राजकुमार के नाम से नामांकन पत्र दाखिल किया है.सभी आवश्यक प्रक्रिया पूरी होने के बाद निर्वाचन आयोग ने उन्हें चुनाव चिन्ह आवंटित कर दिए हैं जो भारत आदिवासी पार्टी के प्रत्याशी से मिलते जुलते हैं.
दो निर्दलीय प्रत्याशियों ने पर्चा भरा, उनके नाम भी है राजकुमार
निर्दलीय के तौर पर डूंगरपुर जिले के चिखली गांव के राजकुमार पुत्र प्रेम जी ने नामांकन पत्र भरा है तो वही बांसवाड़ा जिले के कुशलगढ़ क्षेत्र के राजकुमार पुत्र हिरा जी ने भी नामांकन पत्र दाखिल किया है. जिसके चलते कल 8 प्रत्याशियों में से तीन प्रत्याशी एक नाम के हो गए हैं जिसके चलते लोगों में भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो गई है.
भारत आदिवासी पार्टी के प्रत्याशी ने बताई भाजपा की साजिश
तीन हमनाम प्रत्याशी वोटरों के मन में भ्रम की स्थिति पैदा हो सकती है, जिसके चलते भारत आदिवासी पार्टी के प्रत्याशी ने मतदाताओं के नाम एक वीडियो जारी करना पड़ा है, जिसमें उन्होंने भाजपा प्रत्याशी महेंद्रजीत सिंह मालवीया पर आरोप लगाया कि उन्होंने हमनाम प्रत्याशियों को निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में खड़ा किया है, जिसमें वह सफल नहीं हो पाएंगे।
विधानसभा में पहले भी उतारा जा चुका है हमनाम प्रत्याशी
बांसवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में हुए चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी धन सिंह रावत को उनके ही हम नाम प्रत्याशी धनसिंह से मात मिली थी. विधानसभा चुनाव में धन सिंह रावत को कांग्रेस के प्रत्याशी अर्जुन सिंह बामनिया से 1500 मतों से हार मिली थी. वहीं उनके हमनाम धनसिंह भील ने साढ़े तीन हजार मत प्राप्त किए थे.
हमनाम प्रत्याशी उतारने से हार गए थे भाजपा प्रत्याशी धन सिंह रावत
विधासभा चुनाव में हमनाम प्रत्याशी उतारने से भाजपा प्रत्याशी धन सिंह रावत को पराजय का सामना करना पड़ा था. दरअसल, हमनाम धन सिंह रावत के मैदान में उतरने से भ्रम की स्थिति में उनका वोट बंट गया और उन्हें हार का सामना करना पड़ा. माना जा रहा है लोकसभा चुनाव में विपक्षी प्रत्याशी को मात देने के लिए यह रणनीति आजमाया गया होगा.