Ummedram Beniwal Will Join Congress: राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के प्रमुख और खींवसर के विधायक हनुमान बेनीवाल (Hanuman Beniwal) के खास साथी उम्मेदराम बेनीवाल (Ummedram Beniwal) आज कांग्रेस में शामिल होंगे. उम्मेदराम ने 2023 का विधानसभा चुनाव राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) के सिंबल पर लड़ा था. लेकिन हार गए थे. उन्हें कांग्रेस के हरीश चौधरी ने महज 910 वोटों से हराया था. कांग्रेस और RLP के गठबंधन की चर्चाओं के बीच राजस्थान की राजनीति की यह बड़ी है. कहा जा रहा है कि उम्मेदराम को बाड़मेर से लोकसभा चुनाव लड़ाया जा सकता है.
कौन हैं उम्मेदराम बेनीवाल?
उम्मेदराम बेनीवाल राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी का प्रमुख चेहरों में से माने जाते हैं. खासतौर पर सीमावर्ती जिले बाड़मेर में RLP को मजबूत करने में उनकी बड़ी अहम भूमिका रही है. उम्मदेराम ने दो बार विधानसभा चुनाव लड़ा है. हालांकि वो दोनों ही बार हार गए, लेकिन उन्होंने अपने प्रतिद्विंदियों को कड़ी टक्कर दी थी. 2018 के विधानसभा चुनाव में वो कांग्रेस के हरीश चौधरी से 13803 वोटों से हारे थे. लेकिन 2023 में उन्होंने कांग्रेस के हरीश चौधरी को कड़ी टक्कर दी. इस चुनाव में चौधरी को 76821 और उम्मेदाराम को 75911 वोट मिले थे और उम्मेदराम महज 910 वोट हार गए थे. भाजपा प्रत्याशी तो यहां तीसरे नंबर पर चला गया था.
RLP और कांग्रेस का गुप्त समझौता!
पिछले किसान आंदोलन के समय हनुमान बेनीवाल भाजपा नीत NDA गठबंधन से अलग हो गए थे. उसके बाद चर्चा हुई कि विधानसभा चुनाव में बेनीवाल और कांग्रेस का गठबंधन हो सकता है. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. इस बार भी लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस और RLP के गठबंधन की चर्चा थी. लेकिन ऐसी खबरें आईं की कांग्रेस के भीतर बेनीवाल से गठबंधन को लेकर 'एक राय' नहीं है. RLP कांग्रेस से बाड़मेर लोकसभा सीट मांग रही थी. लेकिन इस अपार समझौता नहीं हो सका. ऐसी भी ख़बरें थीं कि, कांग्रेस के मजबूत जाट नेता सीधे तौर पर RLP से गठबंधन नहीं करना चाहते. RLP भी उम्मेदराम बेनीवाल को ही बाड़मेर से चुनाव लड़वाना चाहती थी.
बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा सीट पर मुकाबला
उम्मेदाराम बेनीवाल बाड़मेर में खासे लोकप्रिय नेताओं में शामिल हैं और लोकसभा चुनाव को लेकर सोशल मीडिया पर चर्चाओं में और खास युवाओं में बेहद चर्चित नाम है. ऐसे में बाड़मेर लोकसभा सीट से भाजपा ने पहले ही केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री कैलाश चौधरी को फिर से उम्मीदवार बनाया है. उनके उम्मीदवार बनाए जाने के बाद बाड़मेर जिले की शिव विधानसभा सीट से निर्दलीय विधायक रविंद्र सिंह भाटी भी निर्दलीय ही चुनावी मैदान में ताल ठोक रहे हैं. भाटी को भी जबरदस्त जनसमर्थन मिल रहा है. उमेदाराम बेनीवाल के कांग्रेस में शामिल होने और उन्हें उम्मीदवार बनाए जाने की चर्चाओं के बाद बाड़मेर जैसलमेर की राजनीति में जबरदस्त हलचल मची हुई है. ऐसे में इस बार इस लोकसभा सीट से बेहद रोचक मुकाबला देखने को मिल सकता है.
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