Lok Sabha Election 2024: कोटा बूंदी लोकसभा सीट पर लगातार भाजपा की ओर से स्टार प्रचारकों के आने का सिलसिला जारी है. भाजपा प्रत्याशी ओम बिरला चुनाव को केंद्र के मुद्दों पर और पीएम मोदी के चेहरे पर रखकर आगे बढ़ रहे हैं. पहलाद गुंजल स्थानीय मुद्दों पर संसद के 10 साल के कार्यकाल को मुद्दा बनाकर जनता के बीच पहुंच रहे हैं.
कोटा में हवाई सेवा बना चुनावी मुद्दा
कोटा में हवाई सेवा का मुद्दा इस चुनाव में भी चुनावी मुद्दा बन गया है. भाजपा प्रत्याशी ओम बिरला एयरपोर्ट कोटा में अब तक शुरू नहीं होने को लेकर पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार पर एयरपोर्ट के काम को अटकने का आरोप लगा रहे हैं. राज्य में भाजपा सरकार बनते ही एयरपोर्ट के काम को शुरू करवाने का दावा कर रहे हैं. लेकिन, कांग्रेस के प्रत्याशी प्रहलाद गुंजल सांसद ओम बिरला पर क्षेत्र में किसी भी तरह का कोई कार्य नहीं करवाने के आरोप के साथ जनता के बीच पहुंच रहे हैं.
जाति समीकरण की वजह से दोनों प्रत्याशियों के बीच रोचक बना मुकाबला
प्रहलाद गुंजल गुर्जर जाति से आते हैं. क्षेत्र में गुर्जर समुदाय के मतदाताओं के साथ-साथ मुस्लिम, एससी-एसटी समुदाय की वोटर की तादाद अधिक होने से मुकाबला दोनों प्रत्याशियों के बीच रोचक बन गया है. शहरी क्षेत्र में बिरला और ग्रामीण इलाके में गुंजल पड़ रहे हैं भारी।
कोटा-बूंदी लोकसभा सीट पर 4 बार कांग्रेस और 7 बार भाजपा का रहा कब्जा
कोटा-बूंदी लोकसभा क्षेत्र के चुनावी इतिहास पर नजर डालें तो 17 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस 4 बार ही इस सीट पर जीत दर्ज कर पाई. 7 बार भाजपा और 3 बार भारतीय जनसंघ का कब्जा रहा. एक बार जनता पार्टी, एक बार भारतीय लोकदल और एक बार निर्दलीय प्रत्याशी चुनाव जीते. भाजपा प्रत्याशी ओम बिरला की बात करें तो वो 3 बार विधायक का चुनाव जीत चुके हैं और 2 बार सांसद का चुनाव जीते. अब भाजपा ने ओम बिरला को तीसरी बार मौक दिया है. वह दूसरे सांसद काल लोकसभ स्पीकर भी रहे.
भाजपा से 2 ओम बिरला बने सांसद
2014 के लोकसभा चुनाव में ओम बिरला ने इज्यराज सिंह को हराकर भाजपा को जीत दिलाई. 2019 लोकसभा चुनाव में ओम बिरला ने कांग्रेस के रामनारायण मीणा को 2 लाख 79 हजार 677 वोटों से हराकर प्रचंड जीत दर्ज की. अब ओम बिरला तीसरी बार मैदान में हैं.
कोटा-बूंदी संसदीय सीट के 8 विधानसभा सीट पर 4 पर कांग्रेस और 4 पर बीजेपी का कब्जा
कोटा-बूंदी संसदीय सीट में 8 विधानसभा सीटे हैं. कोटा जिले की कोटा उत्तर, कोटा दक्षिण, लाडपुरा, सांगोद, पीपल्दा, रामगंजमंडी विधानसभा और बूंदी जिले की केशोरायपाटन और बूंदी विधानसभा सीट शामिल हैं. विधानसभा चुनाव में इन 8 सीटों पर 4 पर कांग्रेस और 4 सीटों पर बीजेपी के विधायक काबिज हैं. कोटा-बूंदी लोकसभा की 8 सीटों में कुल 20 लाख 62 हजार 730 मतदाता हैं, जिसमें से 10 लाख 61 हजार 228 पुरुष और 10 लाख 1 हजार 502 महिला मतदाता हैं.
यह सीट का जातिगत समीकरण
2 लाख गुर्जर, 2 से ढाई लाख मीणा, ढाई लाख मुस्लिम, सवा लाख ब्रह्मण, 1 से सवा लाख वैश्य, इतने ही राजपूत, सवा लाख माली, साढ़े तीन लाख SC और एक लाख ओबीसी वोटर हैं.
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