Rajasthan politics: राजस्थान में लोकसभा चुनाव के पहले चरण में 57.87 फीसदी वोटिंग, 2019 के मुकाबले सभी सीटों पर कम हुआ मतदान

Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा आम चुनाव 2024 के पहले चरण में राजस्थान की 12 सीटों पर शुक्रवार को 57.87 फीसदी मतदान हुआ. देर रात चुनाव आयोग ने यह आंकड़ा जारी करते हुए बताया कि प्रदेश के 12 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में हुआ शांतिपूर्ण, सफल और व्यवस्थित मतदान संपन्न हुआ.

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Rajasthan Voting: अलवर में मतदान के लिए कतार में खड़ी महिलाएं.

Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव 2024 के पहले चरण में राजस्थान की 12 सीटों पर शुक्रवार को 57.87 फीसदी मतदान हुआ. चूरू,नागौर में हुई झड़प की छिटपुट घटनाओं के बीच पहले चरण का मतदान शांतिपूर्वक संपन्न हो गया. मालूम हो कि पहले चरण में प्रदेश के गंगानगर, बीकानेर, चूरू, झुंझूनूं, सीकर, जयपुर ग्रामीण, जयपुर, अलवर, भरतपुर, करौली-धौलपुर, दौसा और नागौर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में शुक्रवार को आमतौर पर शांतिपूर्ण एवं निष्पक्ष मतदान संपन्न हुआ. इन 12 निर्वाचन क्षेत्रों के 24,370 मतदान केंद्रों पर नव विवाहित जोड़ों, दिव्यांग, थर्ड जेंडर, आदिवासियों, वृद्धों और युवाओं सहित सभी मतदाताओं ने मतदान में उत्साहपूर्वक भागीदारी की.

शुक्रवार शाम राजस्थान के मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि पहले चरण की 12 सीटों पर 57.87 प्रतिशत ( पोस्टल बैलेट का 0.61% सहित) मतदान दर्ज किया गया है. फॉर्म 17 ए की जांच के बाद 20 अप्रैल तक ही अंतिम मतदान (Final poll data) प्रतिशत के आंकड़े प्राप्त हो सकेंगे.

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शाम 6 बजे तक भी कई स्थानों पर मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की लंबी कतारें लगी थीं. शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के मतदान केंद्रों पर सुबह 7 बजे से मतदाता बड़ी संख्या में अपने मताधिकार का प्रयोग करने पहुंचने लगे. 


निर्वाचन क्षेत्रवार वर्ष 2024 और (वर्ष 2019) का मतदान प्रतिशत

गंगानगर : 65.64 (74.39%)
बीकानेर : 53.96 (59.24%)
चूरू : 62.98(65.65%)
झुंझुनूं : 51.62(61.78%)
सीकर : 57.28(64.76%)
जयपुर ग्रामीण : 56.58(65%) 
जयपुर : 62.87(68.11%)
अलवर : 59.79(66.82%)
भरतपुर : 52.69(58.81%)
करौली-धौलपुर : 49.29(55.06%)
दौसा : 55.21(61.20%)
नागौर : 56.89(62.15%)

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आयोग के नवाचारों और मॉनिटरिंग से निर्बाध चुनाव संपन्न

मुख्य निर्वाचन अधिकारी गुप्ता ने बताया कि मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार, निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार और डॉ. सुखबीर सिंह संधु के नेतृत्व में बेहतर कार्य योजना, तकनीकी नवाचारों और गहन मॉनिटरिंग के फलस्वरूप मतदान निर्बाध और सुचारू ढंग से सम्पन्न हुआ. उल्लेखनीय है कि निर्वाचन आयोग ने स्वतंत्र, निष्पक्ष, सुगम और समावेशी चुनाव सम्पन्न करवाने के लिए पड़ोसी राज्यों के मुख्य सचिवों, पुलिस महानिदेशकों सहित विभिन्न प्रवर्तन एजेंसियों के साथ व्यापक और नियमित रूप से स्थिति एवं चुनाव सम्बंधी तैयारियों की समीक्षा की थी.

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12,680 मतदान केंद्रों पर लाइव वेबकास्टिंग से निगरानी

चुनाव अधिकारी ने आगे बताया कि इन क्षेत्रों के 12,680 मतदान केन्द्रों पर मतदान प्रक्रिया की लाइव वेब कास्टिंग करवाई गई. रिटर्निंग अधिकारी, जिला एवं राज्य स्तर पर और भारत निर्वाचन आयोग के स्तर पर वेब कास्टिंग की मॉनटरिंग की गई. संवेदनशील मतदान केन्द्रों पर पर्याप्त संख्या में केन्द्रीय पुलिस बल और माइक्रो ऑब्जर्वर लगाए गए. सभी मतदान केन्द्रों पर मतदाताओं के सुविधा को ध्यान में रखते हुए रैम्प, पीने के पानी, छाया, व्हीलचेयर और बुजुर्ग मतदाताओं के लिए वाहन सहित अन्य व्यवस्थाएं की गईं. साथ ही, मतदाताओं की सहायता के लिए हर मतदान केन्द्र पर वॉलन्टियर्स तैनात किए गए. 

होम वोटिंग के तहत 98 प्रतिशत से अधिक मतदान 

बताया गया कि 85 वर्ष एवं अधिक आयु के वृद्धजन और 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांगता वाले मतदाताओं के लिए आयोग की ओर से होम वोटिंग की सुविधा प्रदान की गई थी. इन 12 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों के लिए कुल 36,557 (85 वर्ष से अधिक आयु के 27,443 एवं 9,114 दिव्यांग) मतदाताओं ने फॉर्म 12-डी भर कर घर से ही मतदान की सुविधा का लाभ लेने के लिए आवेदन किया था.

इनमें से 36,139 जीवित मतदाताओं में से कुल 35,526 (85 वर्ष से अधिक आयु के 26,570 एवं 8,956 दिव्यांग) मतदाताओं ने मतदान किया. इस तरह करीब 98.30 प्रतिशत से अधिक मतदाताओं ने इस सुविधा का लाभ लिया. आवश्यक सेवाओं से जुड़े 1,814 मतदाताओं ने फॉर्म 12-डी भरा, इनमें से 1,242 मतदाताओं ने पोस्टल बैलट सुविधा के माध्यम से वोट डाला. साथ ही, 1,19,496 मतदान कार्मिकों ने फेसिलिटेशन सेंटर्स पर पोस्टल बैलट से मतदान किया. 

महिलाओं, युवाओं और दिव्यांगों के प्रोत्साहन के लिए विशेष बूथ

भारत निर्वाचन आयोग की पहल पर लोकतंत्र के उत्सव में युवाओं, महिलाओं और दिव्यांगों की भागीदारी के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से 768-768 युवा एवं महिला और 96 दिव्यांग प्रबन्धित मतदान केन्द्र बनाए गए.

नव मतदाताओं ने बढ़-चढ़ कर किया वोट

मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि इन 12 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों  में 18-19 वर्ष आयु वर्ग के 7,98,520 मतदाताओं ने मतदान के लिए पंजीकरण कराया था. इन मतदाताओं को आकर्षित करने के लिए मतदान केंद्रों पर सेल्फी बूथ बनाए गए थे. साथ ही, ‘स्याही लगी अंगुली' दिखाने पर विभिन्न उत्पादों और सेवाओं की खरीद पर डिस्काउंट तथा कई मतदान केंद्रों पर प्रथम मतदाताओं स्क्रैच कार्ड के माध्यम से उपहार दिए गए. पहली बार मतदान करने वाले मतदाताओं को सर्टिफिकेट भी दिए गए. मतदान करने के बाद सेल्फी बूथ पर सेल्फी लेकर सीईओ राजस्थान की वेबसाइट पर अपलोड करने पर डिजिटल सर्टिफिकेट दिया गया.     

रिकॉर्ड 875 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की जब्ती

चुनाव अधिकारी ने बताया कि चुनाव में धन-बल का दुरुपयोग रोकने के लिए प्रदेशभर में 1 मार्च से अब तक 875.73 करोड़ रुपये मूल्य की नकदी, शराब, ड्रग्स सहित अन्य अवैध सामग्री जब्ती की गई है. लोकसभा आम चुनाव की आदर्श आचार संहिता प्रभावी होने के बाद से अब तक 777.59 करोड़ रुपये मूल्य की नकदी सहित अन्य अवैध सामग्री जब्त की गई है.

आचार संहिता उल्लंघन की 2,600 शिकायतें निस्तारित

मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि सी-विजिल एप प्रदेशभर में आदर्श आचार संहिता उल्लंघन की 5,084 शिकायतें दर्ज की गईं. इनमें से सही पाई गई सभी 2,600 शिकायतों का तय समय में निस्तारण कर दिया गया. मतदान केंद्रों पर दिखे उत्साह के कई रंग मतदाता बड़े उत्साह के साथ वोट डालने पहुंचे.

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