Lok Sabha Elections 2024: जयपुर में ट्रैफिक और सीवर सफाई का मुद्दा हावी, जानें पिंक सिटी में किसका समर्थन करेगी जनता?

Jaipur Lok Sabha Constituency: राजस्थान की राजधानी जयपुर में दो लोकसभा सीट है और राजधानी होने के नाते सबकी निगाहें इन सीटों पर रहेगी. इस बार जनता किन मुद्दों को ध्यान में रखकर वोट करने वाली है, ये जानने के लिए NDTV राजस्थान ने जनता के बीच जाकर उनसे बातचीत की है.

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बीजेपी प्रत्याशी मंजू शर्मा और कांग्रेस प्रत्याशी प्रताप सिंह खाचरियावास.

NDTV Ground Report from Jaipur: राजस्थान की राजधानी जयपुर शहर की लोकसभा सीट (Jaipur Lok Sabha Seat) भारतीय जनता पार्टी (BJP) की परंपरागत सीट मानी जीती है. पिछले दो बार से यहां बीजेपी जीत रही है. मगर इस बार बीजेपी ने अपना उम्मीदवार बदल कर मंजू शर्मा (Manju Sharma) को उतारा है. जबकि कांग्रेस ने यहां टिकट बदलाकर प्रताप सिंह खाचरियावास (Pratap Singh Khachariyavas) को चुनावी मैदान में उतार दिया है. लोकसभा चुनाव के प्रथम चरण की वोटिंग डेथ भी नजदीक आ गई है, जिसके चलते पिंक सिटी में अब चुनावी शोर जोर पकड़ने लगा है. 

अब तक सिर्फ 3 चुनाव जीती है कांग्रेस

जयपुर शहर को बीजेपी का गढ़ माना जाता है. 1952 से लेकर अब तक यहां कांग्रेस 3 बार ही जीत पाई है. कांग्रेस ने यहां से पहले सुनील शर्मा को टिकट दिया था. मगर उनके नाम को लेकर विवाद हो गया फिर आनन फानन में विधानसभा का चुनाव हार चुके प्रताप सिंह खाचरियावास को मैदान में उतारा गया. खाचरियावास भी ये स्वीकार करते हैं कि वे चुनाव लड़ने के लिए इच्छुक नहीं थे, मगर अब जब मैदान में उतर गए हैं तो कोई कोर कसर नहीं छोड़ेंगे. वहीं बीजेपी ने अपने दो बार के सांसद राम चरण वोहरा का टिकट काट कर मंजू शर्मा को मैदान में उतारा है. मंजू शर्मा राजस्थान बीजेपी के दिग्गज नेता भंवरलाल शर्मा की बेटी हैं. महिला हैं, और ब्राह्मण बहुल जयपुर की इस सीट पर सबसे उपयुक्त हैं.

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किन मुद्दों को ध्यान में रख वोट करेगी जनता

जयपुर शहर की इस लोकसभा सीट पर करीब 4 लाख ब्राह्मण मतदाता हैं. इनके बाद यहां वैश्य मतदाताओं की संख्या करीब 3 लाख है. करीब 2.75 -2.75 लाख मुस्लिम और अनुसूचित जाति के वोटर्स हैं. जबकि सवा लाख राजपूत वोटर्स हैं. जयपुर में इस बार ब्राह्मण और राजपूत के बीच है. अब देखना ये होगा कि जयपुर की जनता किसका समर्थन करती है. वहीं राजस्थान की राजधानी के समस्याओं की बात करें तो यहां ट्रैफिक और सीवर सफाई जैसे मुद्दे हावी हैं. मगर पानी भी बड़ा मुद्दा है. यहां का युवा शिक्षा और रोजगार को लेकर काफी चिंतित है. इस पर खुल कर अपनी राय रखता है. यहां से चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों को भी लगता है कि शिक्षा और रोजगार के लिए काफी कुछ करने की संभावना है. राजस्थान की राजधानी जयपुर में दो लोकसभा सीट है और राजधानी होने के नाते सबकी निगाहें इन सीटों पर रहेगी.

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