चित्तौड़गढ़: लिफ्ट देने के बहाने कार में बैठाकर महिलाओं के गहने और रुपए लूटा

चित्तौड़गढ़ में लिफ्ट देने के बहाने कार में बैठाकर कुछ बदमाशों ने महिलाओं के गहने और रुपए को लूट लिया.

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प्रतीकात्मक चित्र

अनजान व्यक्ति से कुछ समय की जान पहचान कभी-कभी बहुत भारी पड़ जाती हैं. खासकर महिलाओं को ऐसे मामलों में सतर्क रहना चाहिए. ऐसा ही एक मामला चित्तौड़गढ़ में देखने को मिला. जहां महिला बस स्टेंड पर बस का इंतजार कर रही थी तभी एक कार में बैठी और उनके साथ ठगी हो गई. शहर के सदर थाना क्षेत्र में पुलिसकर्मी बनकर लिफ्ट देने के बहाने तीन महिलाओं के साथ लूट की वारदात हो गई. कार में लिफ्ट देकर महिलाओं से अज्ञात तीन बदमाशों ने 51 हज़ार लूट लिए, इस वारदात के होने से पहले एक युवक ने पहले रेकी कर अपने अन्य दो साथियों को सूचना दी.

गुजरात से चित्तौड़गढ़ आए हुए थे सभी 

जिंक कॉलोनी निवासी अनामिका गेलडा ने बताया कि उनके कुछ रिश्तेदार दिलखुश हेड़ा पत्नी रमेश चंद्र, शारदा पत्नी पंकज हेड़ा और हेमलता पत्नी दिलीप हेड़ा यहां चित्तौड़गढ़ उनके घर आए हुए थे. तीनों ही आनंद गुजरात के रहने वाले हैं लेकिन इनका ससुराल कपासन विधानसभा के धमाणा में है.

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इसीलिए सभी गुजरात से चित्तौड़गढ़ आए हुए थे. मंगलवार को सभी अनामिका के साथ चंदेरिया में मार्बल देखने गए थे. सब काम निपटाकर सभी जिंक कॉलोनी स्थित अनामिका के घर पहुंचे.

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बदमाशों ने खुद को पुलिसकर्मी बताते हुए रास्ता पूछा

थोड़ी देर वहां रुकने के बाद अनामिका सभी तीन महिलाओं को जिंक कॉलोनी के गेट तक छोड़ने गई थी. वहां पर महिलाएं बस का इंतजार कर रही थी. इसी दौरान एक युवक पैदल चलता हुआ आया और अपने आप को पुलिसकर्मी बताते हुए भीलवाड़ा की बस का रूट पूछा. इस पर महिलाओं में वहीं पर खड़े रहकर भीलवाड़ा की बस का इंतजार करने के लिए कहा, रेकी करने आया युवक ने जब महिलाओं से उनके जाने का स्थान पूछा तो महिलाओं ने कपासन जाना बताया.

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बदमाशों ने कपासन तक लिफ्ट देने की बात कही

खुद को पुलिसकर्मी बताकर दी लिफ्ट युवक ने उस दौरान अपने साथियों को महिलाओं की जानकारी दे दी. कुछ देर बाद एक कार में सवार होकर दो युवक भी आए और पहले कपासन जाने का रास्ता पूछा, महिलाओं ने वह भी बता दिया. इस पर दोनों युवकों ने महिलाओं से उनके जाने की जगह पूछी.

ऐसे में महिलाओं ने कि उन्हें कपासन जाना है. बदमाशों ने कपासन तक लिफ्ट देने की भी बताया बात कही. काफी बार ना करने के बाद दोनों बदमाशों ने अपने आप को पुलिस कर्मी बताते हुए सेफ्टी के साथ जाने की बात की.

साथ में आई जिंक कॉलोनी निवासी अनामिका को शक हुआ. उनसे बदमाशों का आईडी कार्ड पूछा। बदमाशों ने उनको अपनी बातों फंसाया और कहा कि आज के नागरिक को इतना ही जागरूक होना चाहिए.

अनामिका आगे कुछ कहती इतने में रेकी करने वाला युवक में कहा कि मुझे भी आगे तक छोड़ देना और महिलाओं को कहा कि आपको कोई दिक्कत नही होगी, हमारे साथ चलो. तीन महिला और रेकी करने वाला युवक कार में बैठ गए.

पुलिस चेकिंग का हवाला देकर लिफाफे में रखवा दिए रुपए

थोड़ी दूरी पर जाकर कार सवार युवक बदमाशों ने महिलाओं से कहा आगे पुलिस की चेकिंग चल रही है. अगर ज्यादा अमाउंट हो तो पैसों को एक ही लिफाफे में रख दो. इस पर पहले महिलाएं सोच में पड़ गई, लेकिन रेकी करने वाले युवक ने तुरंत अपने जेब से पांच हजार रुपए और गोल्ड चेन निकाल कर दे दी.

महिलाओं को लगा शायद आगे पुलिस परेशान कर सकती है, इसलिए एक महिला ने अपने 48 हज़ार रुपए और दूसरे महिला ने अपने 3 हज़ार रुपए निकाल कर दे दी. बदमाशों ने इन सब रुपयों को एक लिफाफे में बंद करके रख दिया.

बदमाशों ने कहा कि आगे चेकिंग हो रही है इसीलिए आप सब उतारकर आगे पुलिया तक आ जाओ. तीनों महिलाएं कार से उतर गई, आखरी में एक महिला थोड़ी धीरे उतर रही थी तो बदमाशों ने उन्हें धक्का दिया और कार का गेट बंद कर भागने के लिए निकले.

गाड़ी पर लगी नम्बर प्लेट निकली फर्जी 

अनामिका का कहना है कि वह मारुति शोरूम में काम करती है. उसे थोड़ा डाउट होने पर उसने नंबर प्लेट का फोटो खींचकर नंबर प्लेट के बारे में पता किया वह फर्जी निकला, नंबर प्लेट का आरटीओ में रजिस्ट्रेशन भी नहीं था. वह महिलाओं को रोक पाती उससे पहले ही कार आगे जा चुकी थी.

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