राजस्थान के गोवंशों में भारी तबाही मचाने वाले लंपी वायरस ने झालावाड़ में एक बार फिर से दस्तक देकर अपने पांव पसारने शुरू कर दिए हैं. झालावाड़ की सबसे बड़ी श्री कृष्ण गौशाला में पिछले 10 दिनों के भीतर डेढ़ दर्जन से अधिक गोवंश इस बीमारी से संक्रमित हो गए हैं. पशु चिकित्सकों की हड़ताल के चलते गौशाला संचालकों द्वारा अपने स्तर पर निजी चिकित्सकों और कंपाउंडरों की मदद से गोवंशों का उपचार करवाया जा रहा है, लेकिन वायरस पर काबू पाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. तीन गोवंशों से शुरू हुई बीमारी देखते ही देखते डेढ़ दर्जन गोवंश में पहुंच गई है. इसको लेकर गौशाला संचालकों ने चिंता व्यक्त करते हुए सरकार और प्रशासन से ध्यान देने और उपचार की व्यवस्था करने की मांग की है.
श्री कृष्ण गौशाला के संरक्षक शैलेंद्र यादव ने बताया कि गौशाला में इस वक्त लगभग 1100 गोवंश रहते हैं ,संक्रमण का ध्यान रखते हुए समय-समय पर हाइपो का छिड़काव भी करवाया जाता है .
उन्होंने कहा कि पशु चिकित्सक हड़ताल पर चल रहे हैं ऐसे में कंपाउंडरों की मदद लेकर गौवंश का उपचार करवाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि चिकित्सकीय परामर्श के अनुसार सभी संक्रमित गोवंशों को दवाएं दी जा रही हैं तथा लगातार हाइपो का छिड़काव करवाया जा रहा है.
संक्रमित गोवंशों को एक अलग से बनाए गए शेड में रखने की व्यवस्था की गई है साथ ही शेष सभी गोवंशों के शेड में भी हफ्ते में दो बार हाइपो का छिड़काव किया जा रहा है. कंपाउंडर महेश कुमार ने बताया कि पूरी तरह से ऐहतियात बरतने और इलाज करने के बाद भी वायरस तेजी से फैल रहा है. उन्होंने कहा कि यदि जल्द से जल्द इस पर काबू नहीं पाया गया तो यह रोग अन्य स्थानों पर भी फैलने की संभावना है.
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