Madan Dilawar: राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर सोमवार (21 जुलाई) को औचक निरीक्षण के दौरान काफी नाराज हो गए. शिक्षा मंत्री अधिकारियों और कर्मचारियों की लापरवाही से काफी नाराज हुए. वहीं नाराजगी के बाद लापरवाह अधिकारियों और कर्मचारियों पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए. मदन दिलावर ने शिक्षा संकुल स्थित समग्र शिक्षा कार्यालय का औचक निरीक्षण कर लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों पर कड़ी नाराजगी जताई. निरीक्षण के दौरान मंत्री ने पूरे कार्यालय परिसर को लगभग सुनसान पाया. न तो अधिकारी अपने कक्षों में थे और न ही कर्मचारी अपनी सीटों पर मौजूद थे.
बिना सूचना के पहुंचे मदन दिलावर
शिक्षा मंत्री दोपहर बिना पूर्व सूचना के अतिरिक्त राज्य परियोजना निदेशक सुरेश बुनकर के कक्ष में पहुंचे. खुद बुनकर भी मौजूद नहीं थे. इसके बाद मंत्री के स्टाफ ने उनके निजी सहायक को बुलाकर सभी को तत्काल कार्यालय बुलाने के निर्देश दिए. राज्य परियोजना निदेशक डॉ. अनुपमा जोरवाल को भी तुरंत कार्यालय आने को कहा गया. इसके बाद सभी की उपस्थिति दर्ज की गई. निरीक्षण के दौरान स्नेहलता शर्मा, अनिल त्रिवेदी, बाबूलाल शर्मा, श्याम सिंह सेन, विष्णु दत्त शर्मा, अनीता कुमारी, डॉ. संजय यादव, रजनी यादव, पूनम उपाध्याय, मुकेश प्रजापत, राधेश्याम प्रजापत और हरीश गुप्ता अनुपस्थित पाए गए. इन सभी की अनुपस्थिति रजिस्टर में दर्ज की गई.
निरीक्षण करते हुए मदन दिलावर
लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी
मदन दिलावर ने कहा कि समग्र शिक्षा में कार्यरत कई अधिकारी गैर जिम्मेदाराना रवैया अपना रहे हैं. उन्होंने कहा जो अधिकारी सही तरीके से काम नहीं कर पा रहे हैं, उन्हें तत्काल हटा दिया जाए. विभाग में योग्य अधिकारियों की कोई कमी नहीं है. लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
मंत्री ने उपनिदेशक पुष्पा शेखावत, उपनिदेशक डालचंद और डेप्युटेशन पर लगे समरवीर सिंह को तुरंत रिलीव करने के आदेश दिए.
इंग्लिश रेमेडियल वर्कबुक से जुड़ी अनियमितताओं को लेकर भी मंत्री ने अधिकारियों की खिंचाई की. उन्होंने कहा कि दोषी अधिकारियों से वसूली के उनके आदेशों के बावजूद अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है. उन्होंने निर्देश दिए कि ढाई करोड़ रुपए के नुकसान की जिम्मेदारी तय कर संबंधित अधिकारियों के वेतन से राशि की वसूली की जाए.
शिक्षा मंत्री ने उपस्थित सभी अधिकारियों को चेतावनी दी कि कार्य समय में कार्यालय से अनुपस्थित रहना या इधर-उधर घूमना बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा कि सभी कर्मचारी अपने कार्य के प्रति गंभीरता बरतें और समय पर पालन रिपोर्ट उनके कार्यालय को भेजें.
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