Rajasthan: बिजली कनेक्शन के नाम पर 3 हजार ठगे, मंत्री मदन दिलावर के निर्देश पर शिविर में ही आरोपी किया गिरफ्तार

महिला की शिकायत सुनने के बाद मंत्री मदन दिलावर ने बिजली विभाग के अधिकारियों को मौके पर बुलाया. जब उनसे पूछताछ की गई तो पता चला कि राकेश नाम का कोई व्यक्ति बिजली विभाग में काम नहीं करता. इसके बाद मंत्री ने तुरंत पुलिसकर्मियों को भेजकर राकेश नाम के व्यक्ति को पकड़कर लाने के निर्देश दिए.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
मदन दिलावर.
NDTV Reporter

Rajasthan News: अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहने वाले राजस्थान के शिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर (Madan Dilawar) शनिवार को फिर एक्शन मोड में नजर आए. अपनी विधानसभा क्षेत्र रामगंज मंडी (Ramganj Mandi) में जनसुनवाई करते हुए मदन दिलावर ने बिजली कनेक्शन के नाम पर महिला से ठगी करने वाले एक दलाल को शिविर में बुलाकर पुलिस के हवाले कर दिया. 

'2 महीने बाद भी नहीं मिल पाया बिजली कनेक्शन'

शिकायत करने वाली महिला का नाम गुड्डी बाई है, जो जुल्मी वार्ड नं-7 में रहती है. गुड्डी बाई एक विधवा एकल महिला हैं. आज वे अपनी परेशानी का तुरंत समाधान पाने के लिए जनसमस्या समाधान शिविर में मंत्री दिलावर के सामने पहुंच गईं. उनहोंने प्रार्थना पत्र देकर मंत्री को बताया, 'मैंने रक्षाबंधन के 4 दिन पहले बिजली कनेक्शन करवाने के लिए विभाग के एक शख्स राकेश को 3 हजार रुपये दिए थे. लेकिन अभी तक कनेक्शन नहीं हुआ. मैं बार-बार ऑफिस जाती हूं, पर कोई मेरी नहीं सुनता. काम न होने पर जब मैंने अपने पैसे वापस मांगने की कोशिश की तो वो भी नहीं लौटाए.'

'1200 खर्च कर दिए, बाकी 1800 वापस लौटाए'

महिला की शिकायत सुनने के बाद मंत्री मदन दिलावर ने बिजली विभाग के अधिकारियों को मौके पर बुलाया. जब उनसे पूछताछ की गई तो पता चला कि राकेश नाम का कोई व्यक्ति बिजली विभाग में काम नहीं करता. इसके बाद मंत्री ने तुरंत पुलिसकर्मियों को भेजकर राकेश नाम के व्यक्ति को पकड़कर लाने के निर्देश दिए. जब पुलिस ने राकेश को पकड़कर शिविर में मंत्री के सामने पेश किया तब उसने बताया कि महिला से वो पैसे बिजली कनेक्शन की फाइल बनाने के पैसे लिए गए थे. फाइल बनाने में 1200 रुपये का खर्च आया है. बाकी 1800 रुपये महिला को लौटा दिए. 

'इसे यहां से ले जाओ और महिला के पैसे दिलवाओ'

ये जवाब सुनकर मंत्री ने कहा कि विधवा महिला का बिजली कनेक्शन निशुल्क होता है. बाकी के पैसे भी लौटाओ. उसके बाद मदन दिलावर ने अधिकारियों से पूछा कि राकेश विभाग का कर्मचारी नहीं है, तो इसने पैसे कैसे लिए? क्या बिजली विभाग ने बिचौलिए पाल रखे हैं? ऐवजी व्यक्ति से काम करवाते हो? इसके साथ कोई हादसा हो गया तो पल्ला झाड़ लोगे कि ये हमारा कर्मचारी नहीं था, प्राइवेट था. मंत्री ने पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए कि इसे ले जाओ और महिला के पैसे दिलवाओ.'

Advertisement

ये भी पढ़ें:- राजस्थान में SOG का एक्शन, बीकानेर में एक साथ 9 जगह दबिश; 7 लोगों को किया डिटेन