Rajasthan Politics: राजस्थान विधानसभा में कांग्रेस के छह विधायकों को बजट सत्र से निलंबित कर दिया गया है. इसमें गोविंद सिंह डोटासरा भी शामिल है. लेकिन इस मामले में सियासी तेज हो गई है. जहां विधानसभा में कांग्रेस विधायक धरने पर बैठ गए हैं. वहीं दूसरी ओर अशोक गहलोत और मदन दिलावर आमने सामने आ गए हैं. अशोक गहलोत ने सदन में बीजेपी विधायक द्वारा की गई टिप्पणी पर बयान जारी किया है. वहीं मदन दिलावर ने गहलोत के बयान पर जवाब दिया है.
अशोक गहलोत ने क्या कहा
अशोक गहलोत ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट कर भाजपा सरकार पर आरोप लगाए. उन्होंने लिखा कि पहले भाजपा सरकार के एक मंत्री ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी पर अमर्यादित टिप्पणी फिर माफी न मांगने पर विरोध करने वाले कांग्रेस विधायकों को सदन से निलंबित करना यह दिखाता है कि राजस्थान विधानसभा में भी लोकसभा और राज्यसभा जैसा तरीका अपनाया जा रहा है. जैसे वहां अपनी असफलताओं को छिपाने के लिए सांसदों को निलंबित किया जाता है वैसे ही यहां किया गया है.
उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि आखिर प्रश्नकाल में मंत्री को अपने जवाब के अलावा ऐसी टिप्पणी करने की क्या आवश्यकता थी. गहलोत ने भाजपा सरकार पर जनता का ध्यान भटकाने का आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस के दलित, पिछड़े, आदिवासी और अल्पसंख्यक विधायकों को बजट सत्र से निलंबित कर दिया गया ताकि बजट पर चर्चा न हो सके.
मदन दिलावर ने दिया जवाब
बीजेपी नेता मदन दिलावर ने गहलोत के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि स्पीकर ने किसी विधायक की जाति या धर्म देखकर नहीं बल्कि उनके आचरण के आधार पर निलंबन किया है. उन्होंने कहा कि जो जैसा कर्म करेगा वैसा ही भरेगा. अल्पसंख्यक हो या बहुसंख्यक कांग्रेस विधायकों का आचरण जिस तरह का था, उसके अनुसार स्पीकर ने निर्णय लिया है.
गौरतलब है कि इंदिरा गांधी पर की गई टिप्पणी को लेकर कांग्रेस ने विधानसभा में विरोध किया था जिसके बाद छह कांग्रेस विधायकों को पूरे बजट सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया. इस फैसले के खिलाफ कांग्रेस विधायक सदन में धरने पर बैठे हुए हैं.
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