मदन राठौड़ का कांग्रेस पर हमला, कहा- आपातकाल में खतरे में था लोकतंत्र; अब घड़ियाली आंसू बहा रहे 

राजस्थान भाजपा अध्यक्ष मदन राठौड़ ने कांग्रेस और टीएमसी सरकार पर तीखा हमला बोला. उन्होंने आपातकाल को याद कर कांग्रेस पर लोकतंत्र खतरे में डालने का आरोप लगाया और कोलकाता दुष्कर्म कांड पर ममता बनर्जी से इस्तीफे की मांग की.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
राजस्थान भाजपा अध्यक्ष मदन राठौड़.

Rajasthan News: राजस्थान भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने कांग्रेस और पश्चिम बंगाल की टीएमसी सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने आपातकाल को याद करते हुए कांग्रेस पर लोकतंत्र को खतरे में डालने का आरोप लगाया और कोलकाता में हुई दुष्कर्म की घटना को लेकर ममता बनर्जी से इस्तीफे की मांग की. भाजपा कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत में राठौड़ ने कई मुद्दों पर खुलकर अपनी बात रखी.  

कांग्रेस के घड़ियाली आंसू

मदन राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस आज लोकतंत्र और संविधान बचाने की बात करती है, लेकिन असल में आपातकाल के दौरान वही लोकतंत्र खतरे में था. उस समय लोगों के मौलिक अधिकार छीने गए, बोलने की आजादी पर पाबंदी लगी और मीडिया पर सख्ती बरती गई.

Advertisement

उन्होंने कांग्रेस की 'संविधान बचाओ यात्रा' को नाटक बताया. राठौड़ ने कहा कि हमारा संविधान और लोकतंत्र दुनिया के लिए मिसाल है, लेकिन जिन लोगों ने चुनी हुई सरकारों को बर्खास्त किया, वे अब लोकतंत्र की दुहाई दे रहे हैं. यह उनके घड़ियाली आंसू हैं.  

Advertisement

अशोक गहलोत पर पलटवार 

पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बयान पर राठौड़ ने तंज कसा. गहलोत ने हाल ही में कहा था कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को हटाने की साजिश हो रही है. इस पर राठौड़ ने कहा कि गहलोत जैसा सोचते हैं, वैसा ही दूसरों के बारे में बोलते हैं. उन्होंने कहा कि गहलोत के शासन में आपसी झगड़े आम थे, लेकिन भाजपा में ऐसा नहीं है. राठौड़ ने कहा कि भाजपा एकजुट है और राजस्थान में भजनलाल सरकार अच्छा काम कर रही है. गहलोत की जादूगरी यहां नहीं चलेगी.  

Advertisement

कोलकाता दुष्कर्म कांड पर ममता को घेरा

कोलकाता में एक छात्रा से दुष्कर्म की घटना को राठौड़ ने शर्मनाक बताया. उन्होंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से इस्तीफे की मांग की. उन्होंने कहा कि बंगाल में तुष्टिकरण चरम पर है और वहां कानून-व्यवस्था की स्थिति बदतर है. राठौड़ ने कहा कि ममता बनर्जी को शासन संभालना नहीं आता, इसलिए उन्हें पद छोड़ देना चाहिए. उन्होंने कहा कि बंगाल में निर्दोष लोगों के साथ अत्याचार हो रहा है और न्याय नहीं मिल रहा.  

टीएमसी नेता के बयान पर सवाल

राठौड़ ने टीएमसी नेता मदन मित्रा के बयान की भी आलोचना की, जिसमें मित्रा ने दुष्कर्म पीड़िता पर ही सवाल उठाए थे. राठौड़ ने कहा कि टीएमसी में ऐसे लोग भरे हैं, जिनका व्यवहार बेहद हल्का है. उन्होंने आरोप लगाया कि टीएमसी में पहले वामपंथी उपद्रवी शामिल हो गए हैं और अब वहां चौथवसूली का धंधा चल रहा है. राठौड़ ने ममता बनर्जी पर तंज कसते हुए कहा कि अगर उनमें जरा भी ममता बची है, तो उन्हें बंगाल में कानून-व्यवस्था दुरुस्त करनी चाहिए.  

सत्ता के लिए तुष्टिकरण

राठौड़ ने ममता बनर्जी पर तुष्टिकरण की राजनीति का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि ममता केवल अपनी सत्ता बचाने के लिए किसी भी हद तक जा सकती हैं. उन्होंने ममता से संविधान की शपथ का पालन करने और आम लोगों को सुरक्षित जीवन देने की अपील की. राठौड़ के इन बयानों ने राजस्थान और पश्चिम बंगाल की सियासत में हलचल मचा दी है.

यह भी पढ़ें- कोटा में दर्दनाक सड़क हादसा, डंपर से कुचलकर बेटा-बेटी और पिता की मौत, पत्नी का पैर फ्रैक्चर