Rajasthan Poltics: "पहली बार मैं आपको सुन रही हूं, मजा आया", वसुंधरा राजे बोलीं- प्रदेश प्रभारी में कोई डिप्लोमेसी ही नहीं

Vasundhara Raje: वसुंधरा राजे ने राजस्थान भाजपा प्रभारी का जिक्र करते हुए कहा, "बेबाक अपनी बात सब के सामने रखने वाले राधा मोहन को आज मैंने पहली बार सुना. आपने जिस तरह से अपनी बात सबके सामने रखीं, मुझे बहुत अच्छा लगा. मजा आया." 

विज्ञापन
Read Time: 3 mins

Rajasthan BJP: बीजेपी ने मदन राठौड़ को दोबारा प्रदेश अध्यक्ष पद की कमान सौंपी. इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने राठौड़ की जमकर तारीफ की. उन्होंने प्रदेश प्रभारी राधामोहन दास अग्रवाल के नेतृत्व की भी सराहना की. अपने भाषण के दौरान वसुंधरा राजे ने राजस्थान भाजपा प्रभारी का जिक्र करते हुए कहा, "बेबाक अपनी बात सब के सामने रखने वाले राधा मोहन को आज मैंने पहली बार सुना. आपने जिस तरह से अपनी बात सबके सामने रखीं, मुझे बहुत अच्छा लगा. मजा आया." 

राजे बोलीं- संगठन और सत्ता के तराजू को बैलेंस किया

राजे ने कहा कि आप जब से आए हो, तब से उसका सही काम याद दिला देते हो. कोई डिप्लोमेसी नाम की चीज नहीं है. सीधे-सीधे जो बोलना है वो बोल देते हैं. ऐसे हमारे प्रभारी, इस चुनाव के पर्यवेक्षक हैं. इन्होंने संगठन और सत्ता के तराजू को बैलेंस करने का काम किया है. 

यह बड़ी बात है, यह आसान काम नहीं- राजे

पूर्व मुख्यमंत्री ने अग्रवास से कहा कि यह बड़ी बात होती है. यह आसान काम नहीं है. लेकिन आपने ये काम किया है, इसीलिए मैं आपको बहुत-बहुत धन्यवाद देना चाहती हूं. यही संतुलन हमारी पार्टी की शक्ति है.'

"राजस्थान में आपके लिए चुनौती", मदन राठौड़ से बोले प्रभारी

वहीं, प्रदेश प्रभारी राधामोहन दास ने कहा कि 3 लोगों ने राजस्थान में मेरे से चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की थी. मैंने उन्हें प्रदेश कार्यालय भेजा, लेकिन जब वह यहां आए तो बिना पर्चा भरे ही लौट गए. राजस्थान में आपके लिए चुनौती भी है. क्योंकि प्रदेश में बीजेपी की सरकार है. कभी - कभी ऐसा भी होता है, जब मुख्यमंत्री के पैर में पैर डालने से लगता है सब कुछ काम हो गया.लेकिन ऐसा नहीं होता है.

Advertisement

राजस्थान में गुजरात जैसी स्थिति पैदा करनी है- अग्रवाल

उन्होंने कहा, "राजस्थान का हर नागरिक जब तक भारतीय जनता पार्टी का समर्थक और वोटर न बन जाए. तब तक संगठन का काम जारी रहेगा. आज भी विपक्ष में कुछ विधायक बचे हुए है. 11 कांग्रेसी सांसद है. लेकिन हमें राजस्थान में गुजरात जैसी स्थिति पैदा करनी है. 10 में से 5 निगम ही हमारे पास है. 10 नगर परिषद हमारे पास है, 21 नगर परिषद हमारे पास नहीं है. नगर पालिका में 49 हमारे है, जबकि 100 कांग्रेस के है."

"आज भी राजस्थान में हर जगह पूर्व मुख्यमंत्री राजे का नाम"

प्रदेश प्रभारी राजस्थान की राजनीति पर बोलते हुए कहा कि इसी तरह के हालत पंचायतों के भी है. इसमें सुधार करना ही हमारी चुनौती है. नगर निकाय में हमें ऐसे लड़ाई लड़नी है कि दिल्ली भी कहे राजस्थान में भजनलाल है. जब मुख्यमंत्री से कोई हट जाता है तो उसका नाम खत्म हो जाता है. लेकिन आज भी राजस्थान में हर जगह पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का नाम है.

Advertisement

यह भी पढ़ेंः दोबारा बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बने मदन राठौड़, उपचुनाव में पार्टी की शानदार जीत के बाद हाईकमान ने जताया भरोसा