Rajasthan News: राजस्थान के राजसमंद जिले में स्थित हिंदुस्तान जिंक की खदान में बुधवार रात करीब 3 बजे बड़ा हादसा हो गया, जिसमें दो मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई. मृतकों की पहचान उत्तराखंड निवासी मनीष और राजस्थान के रेलमगरा गांव निवासी राज बहादुर सिंह के रूप में हुई है. दोनों के शव रात में ही माइंस से बाहर निकाल लिए गए. इस वक्त पुलिस के अधिकारी मौके पर मौजूद हैं और चश्मदीदों से बातचीत करके हादसे के कारणों का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं.
सिंदेसर कला माइंस में हुआ हादसा
जानकारी के अनुसार, ये घटना रेलमगरा थाना क्षेत्र में दरीबा खान की सिंदेसर कला माइंस में हुई है. नाइट ड्यूटी के दौरान मनीष कुमार और राज बहादुर सिंह रोजाना की तरह खदान में जंबो ड्रिल मशीन से काम कर रहे थे. इस दौरान उनके साथ 9 लोग थे. लेकिन तभी उनके ऊपर बड़े-बड़े पत्थरों के साथ मलवा गिर गया. इस हादसे में दोनों की मौके पर ही मौत हो गई. हालांकि उनके साथ काम कर रहे अन्य लोग इस हादसे का शिकार होते बाल-बाल बच गए, और उन्होंने तुरंत बाहर जाकर हादसे की सूचना दी.
परिवार के लिए मुआवजे की मांग कर रहे मजदूर
इसके बाद जिंक प्रशासन ने रेल मगरा थाना पुलिस को घटना की सूचना दी और दोनों शवों को बाहर निकाल कर माइंस के क्लीनिक में पहुंचाया. सुबह घटना का पता चलने पर माइंस में मौजूद मजदूर आक्रोषित हो गए और मुआवजे की मांग को लेकर नारेबाजी करने लगे. वहीं सूचना मिलने पर गांगास गांव से सैकड़ों ग्रामीण भी सिंदेसर कला माइंस में पहुंच गए. इस पूरे घटनाक्रम में जिंक प्रशासन की ओर से अभी तक कोई खुलासा नहीं किया गया है. जबकि मजदूरों के साथ मृतक के परिजन मुआवजे की मांग पर अड़े हैं.
मुआवजे को लेकर श्रम विभाग का नियम?
जिंक प्रशासन और मृतक के परिजनों के बीच मुआवजा राशि को लेकर बातचीत जारी है. हिंदुस्तान जिंक की ओर से ऐसे हादसों में श्रम विभाग के नियम अनुसार 25 लाख के मुआवजा देना तय है. 25 लाख की राशि के अलावा मृतक के परिवार के एक व्यक्ति को ठेकेदार के मार्फत नियुक्ति दी जाती रही है. फिलहाल दोनों पक्षों में मुआवजा राशि को लेकर सहमति बनने के बाद शवों का पोस्टमार्टम करा कर शव परिजनों को सौंपे जाएंगे.
ये भी पढ़ें:- सचिन पायलट ने किसे दी 2-2 हाथ करने की चेतावनी? राजस्थान की सियासत में वायरल हो रहा वीडियो