MDS University में हंगामा, बीए-बीएससी के रिजल्ट में गड़बड़ी; छात्रों ने जलाए टायर

Rajasthan News: महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय (MDS University) में परीक्षा परिणामों में गड़बड़ी का मामला सामने आया है. जिसे लेकर छात्रों ने यूनिवर्सिटी के मेनगेट पर टायर जलाकर अपना विरोध जताया.

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प्रदर्शन करते हुए छात्र

Ajmer News: राजस्थान की जानी मानी महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय (MDS University) में परीक्षा परिणामों में गड़बड़ी का मामला सामने आया है. जिसके लेकर छात्रों ने यूनिवर्सिटी के डीन के सामने नारे बाजी की. MDS यूनिवर्सिटी के बीए और बीएससी फर्स्ट ईयर के छात्रों ने अपने फर्स्ट सेमेस्टर के परीक्षा परिणामों में भारी गड़बड़ी का आरोप लगाया है. छात्रों का कहना है कि कई विद्यार्थियों को परीक्षा परिणामों अनुपस्थित (Absent) दिखाया गया है, जबकि कुछ की उत्तर पुस्तिकाएं (answer sheets) अधूरी जांची गई हैं.

यूनिवर्सिटी के मेनगेट पर टायर जलाकर किया विरोध

वही इस मुद्दे को लेकर छात्र संगठनों (एबीवीपी और एनएसयूआई ) ने विश्वविद्यालय पहुंचकर कुल गुरु को ज्ञापन सौंपा. साथ ही परीक्षा परिणामों में गड़बड़ी को लेकर सावा उठाए है. सोमवार को NSUI के जिला अध्यक्ष अंकित गुरु के नेतृत्व में पदाधिकारियों ने यूनिवर्सिटी के मेनगेट पर टायर जलाकर अपना विरोध जताया. इस दौरान कुलगुरु को बाहर बुलाने की मांग को लेकर छात्रों और पुलिस के बीच तीखी धक्का-मुक्की भी हुई.

कुल गुरु ने दिया भरोसा, कहा- 'छात्रों के साथ अन्याय नहीं होगा'

वही मामला बढ़ते देख विश्वविद्यालय के कुल गुरु प्रोफेसर सुरेश कुमार अग्रवाल ने छात्रों से मुलाकात की. साथ ही किसी भी छात्र के साथ अन्याय नहीं होने का आश्वासन दिया . उन्होंने छात्रों से कही कि अगर हमें ठोस शिकायतें मिलती हैं, तो नियमानुसार तुरंत कार्रवाई की जाएगी. इसके लिए गड़बड़ी से जुड़ी सभी जानकारी विश्वविद्यालय प्रशासन को उपलब्ध कराएं.

रिटोटलिंग और सुधार की प्रक्रिया पर स्पष्टीकरण

कुलपति अग्रवाल ने स्पष्ट किया कि परीक्षा मूल्यांकन में परीक्षक का निर्णय अंतिम होता है, इसलिए अंकों में जानबूझकर बदलाव संभव नहीं है, हालांकि, रीटोटलिंग की प्रक्रिया में यदि कोई सवाल अनचेक रह जाता है या अंकों की गणना में कोई गलती होती है, तो उसे तुरंत ठीक कर दिया जाएगा. उन्होंने आगे कहा कि छात्रों के पास आरटीआई का विकल्प भी है और उसके आधार पर भी सुधार संभव है. विश्वविद्यालय ने आश्वासन दिया कि जिन छात्रों की शिकायतें प्राप्त होंगी, उनके परिणाम अपडेट किए जाएँगे और किसी भी छात्र के साथ अन्याय नहीं होगा.

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