AI में भारत के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की मेजबानी करेगा IIT जोधपुर, META करेगा 750 लाख रुपये का निवेश

IIT जोधपुर भारत के जनरेटिव AI एक्सीलेंस सेंटर की मेजबानी करेगा जिसे 'सृजन' नाम दिया गया है. मेटा ने 3 साल की अवधि में 750 लाख रुपये (दान के रूप में) निवेश करने की बात कही है. सृजन का मुख्य उद्देश्य 3 साल में 1 लाख युवा AI डेवलपर्स को ट्रेनिंग देकर तैयार करना है.

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आईआईटी जोधपुर.

Rajasthan News: मेटा ने शुक्रवार को भारत में ओपन सोर्स एआई इनोवेशन, आरएंडडी और कौशल विकास को आगे बढ़ाने के लिए इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) में 'INDIAai' के साथ रणनीतिक सहयोग की घोषणा की. इसमें आईआईटी जोधपुर में सेंटर फॉर जेनेरेटिव एआई, श्रीजन की स्थापना और अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (AICTE) के साथ साझेदारी में 'एआई फॉर स्किलिंग एंड कैपेसिटी बिल्डिंग' पहल का शुभारंभ शामिल है.

'रिसर्च कैपेसिटी को मिलेगा बढ़ावा'

यह साझेदारी स्वदेशी एआई एप्लीकेशन्स के विकास और एआई में उन्नत कौशल विकास को सक्षम बनाएगी. यह तकनीकी संप्रभुता सुनिश्चित करने के भारत के एआई मिशन और भारत के लिए तैयार किए गए एआई समाधानों के दृष्टिकोण में योगदान देने के उद्देश्य से अनुसंधान क्षमताओं को भी बढ़ावा देगा. भारत में ओपन सोर्स आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की प्रगति को बढ़ावा देने के उद्देश्य से, 'इंडियाएआई' के साथ अपने समझौता ज्ञापन के हिस्से के रूप में, मेटा ने आज एमईआईटीवाई में इंडियाएआई के साथ एक रणनीतिक सहयोग की घोषणा की. 

'भारत की स्थिति को सुरक्षित करेगी'

आईटी सचिव, एस कृष्णन ने कहा कि यह पहल युवाओं को वैश्विक एआई क्षेत्र में नेतृत्व करने के लिए तैयार करके 5 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने के भारत के लक्ष्य का समर्थन करेगी, और तकनीकी उन्नति और आर्थिक विकास में अग्रणी के रूप में भारत की स्थिति को सुरक्षित करेगी. कृष्णन ने कहा, 'ये पहल अभूतपूर्व अनुसंधान, कौशल विकास और ओपन-सोर्स नवाचार के लिए एक मजबूत पारिस्थितिकी तंत्र बनाने, एआई तकनीक को आगे बढ़ाने और इसकी जिम्मेदार और नैतिक तैनाती सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण हैं.'

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3 साल में 750 लाख रुपये का निवेश

IIT जोधपुर भारत के जनरेटिव AI एक्सीलेंस सेंटर की मेजबानी करेगा जिसे 'सृजन' नाम दिया गया है. मेटा ने 3 साल की अवधि में 750 लाख रुपये (दान के रूप में) निवेश करने की बात कही है. सृजन का मुख्य उद्देश्य 3 साल में 1 लाख युवा AI डेवलपर्स को ट्रेनिंग देकर तैयार करना है.

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