गेहूं खराबे के मामले में मिनिस्ट्री ऑफ फूड एंड कंज्यूमर अफेयर ने दी बड़ी छूट, जानिए किसानों को कैसे मिलेगी राहत

एफसीआई के रीजनल मैनेजर चौधरी अभिरीत ने बताया कि बारिश के कारण गेंहू की चमक खो गई थी, उसमें सत्तर प्रतिशत की छूट दी गई है, इसके साथ साथ डैमेज में छह प्रतिशत की छूट दी गई है, इसके अलावा गेहूं के दाना सिकुड़ने की स्तिथि में भी बीस प्रतिशत की छूट दी गई है. उन्होंने बताया कि इस गाइडलाइन के दौरान किसान  का कोई भी पैसा नहीं कटेगा जो की एक बड़ी राहत है.

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प्रतीकात्मक फोटो

Sri Ganganagar News: अनूपगढ़ और श्रीगंगानगर जिले के कई इलाकों में बरसात से खराब हुए गेहूं की खरीद रुकने के मामले में मिनिस्ट्री ऑफ फूड एंड कंज्यूमर अफेयर  की तरफ से एक बड़ी राहत दी गई है. विभाग की सहायक निदेशक डॉ प्रीति शुक्ला ने एक आदेश जारी कर किसानों को बड़ी राहत दी है.

आपको बता दें कि पिछले दिनों अनूपगढ़ और श्रीगंगानगर जिले में बारिश और ओलावृष्टि के कारण गेहूं की फसल को नुकसान हुआ था जिसके बाद गेहूं की गुणवत्ता सही नहीं होने के कारण खरीद रुक गई थी. पिछले दिनों मिनिस्ट्री ऑफ फूड एंड कंज्यूमर अफेयर की टीम ने इस गेहूं का सैंपल लिया और इस सैंपल की रिपोर्ट की जांच करने के बाद में यह छूट दी गई है.

बारिश के कारण गेंहू की चमक खो गई थी

एफसीआई के रीजनल मैनेजर चौधरी अभिरीत ने बताया कि बारिश के कारण गेंहू की चमक खो गई थी, उसमे सत्तर प्रतिशत की छूट दी गई है, इसके साथ साथ डैमेज में छह प्रतिशत की छूट दी गई है, इसके अलावा गेहूं के दाना सिकुड़ने की स्तिथि में भी बीस प्रतिशत की छूट दी गई है. उन्होंने बताया कि इस गाइडलाइन के दौरान किसान  का कोई भी पैसा नहीं कटेगा जो की एक बड़ी राहत है.

पिछले साल भी कॉटन की फसल खराब हो गई थी

केंद्र सरकार द्वारा दी गई इस छूट के बाद किसानों को एक बड़ी राहत मिली है. क्योंकि पिछले साल भी किसानों की कॉटन की फसल खराब हो गई थी और इस बार पक्की फसल बारिश और ओलावृष्टि के कारण प्रभावित हुई थी. एफसीआई के रीजनल मैनेजर चौधरी अभिरीत ने बताया कि गेहूं की सरकारी की सुचारू रूप से शुरू कर दी गई है और किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं आने दी जाएगी.

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