CM Bhajan Lal Sharma: मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा मंगलवार (4 फरवरी) को जयपुर के मानसरोवर में आयोजित सरपंच सम्मेलन में पहुंचे. उन्होंने सरपंचों को सबसे बड़ा जनप्रतिनिधि बताया और उनकी शक्ति को सराहना की. सीएम भजनलाल शर्मा ने सरपंचों से योजनाओं को धरातल पर उतारने का आग्रह किया. सीएम भजनलाल ने कहा कि सरपंच से बड़ा कोई नहीं होता है. सरपंचों में काम करने की इच्छा शक्ति होनी चाहिए. पैसा तो उड़ रहा है, पकड़ने वाला चाहिए.
"सरपंच के पास सबसे अधिक पॉवर"
सीएम भजनलाल शर्मा ने कहा कि जो पॉवर सरपंच के पास होता है वो किसी और के पास नहीं होता है. चेक पर सरपंच ही साइन करता है, और कोई नहीं साइन करता. चाहे जो जनप्रतिनिधि हो. सीएम भजनलाल शर्मा खुद सरपंच रह चुके हैं. उन्होंने कहा उनके पुराने दिन याद आ गए. सीएम ने कहा कि आज भी गांव में लोग सरपंच भैया कहते हैं. सरपंच बहुत बड़ी पहचान देता है. कभी पीछे हटने की जरूरत नहीं होती है.
"सरपंच बने तो पता चला विकास की डोर तो हमारे पास है"
सीएम भजनलाल ने कहा कि पहले वे सोचते थे कि विकास की डोर बड़े जनप्रतिनिधियों के पास होती है. जब सरपंच बने तो उन्हें पता चला कि विकास की डोर तो सरपंच के पास ही होती है. सरपंच बनने के बाद वे जयपुर और दिल्ली जाकर आए. पूरे सिस्टम को समझने की बाद उन्हें विश्वास हो गया कि सरपंच ही सबसे बड़ा जनप्रतिनिधि होता है. अगर गांव के अंतिम पंक्ति के व्यक्ति की सेवा करने वाले की बात नहीं सुनी जाएगी तो किसकी बात सुनी जाएगी.
"आप काम करोगे तो चिंरजीवी रहोगे"
सीएम ने कहा, "मैं यही कहना चाहता हूं कि अगर आप काम करोगे तो चिंरजीवी रहोगे, जो आपके पास आता है तो विश्वास लेकर आता है, या तो वह अभाव में आता है या भाव में आता है.अगर वह अभाव में आता है तो अपने आप को भाग्यशाली मानिए कि कोई आपके पास अभाव में आया है. उसे कभी मत ठुकराना. और अगर कोई भाव में आता है तो अपने आप को सौभाग्यशाली मानना कि कोई भाव में आपके पास आया है. सरपंच दूसरों की पंचायत तो खूब करते हैं लेकिन अपनी बारी आने पर भाव बदल जाता है, इसलिए इसका ध्यान रखना.
काम से जनता सरपंच को जीताती है
उन्होंने कहा कई सरपंच तीन बार, चार बार से जीत रहे हैं, वे काम करते हैं और जनता उन्हें जिताती है, इसी तरह काम होना चाहिए. हमारा अगला बजट आने वाला है, पिछले बजट में हमने सभी दो सौ विधानसभा क्षेत्रों बजट दिया. यह नहीं देखा कि यहां विधायक भाजपा का है या कांग्रेस का. क्योंकि जनता तो हमारी है, राजस्थान की है. प्रशासक नियुक्त करने पर सरपंचों मुख्यमंत्री को दिया धन्यवाद दिया.
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