Rajasthan Weather Update: राजस्थान में मानूसन की मार, कई इलाके जलमग्न, पुल के ऊपर बह रहा चंबल-पार्वती-काली सिंध नदी का पानी, संपर्क कटा

Weather in Rajasthan: राजस्थान में मूसलाधार बारिश का कहर जारी है. गोलाना नदी की पुलिया पर पानी आने से झालावाड़-बारां मेगा हाईवे 5 घंटे बंद रखना पड़ा है.

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राजस्थान में मानूसन की बारिश से कई इलाके जलमग्न हो गए हैं.

Rajasthan News: राजस्थान में मानसून की बारिश ने जमकर कहर बरपाया है. हाडौती के कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं. कोटा, बारां, बूंदी और झालावाड़ जिलों में नदी-नाले उफान पर हैं. पानी पुल के 3-4 फीट ऊपर से बह रहा है, जिस कारण कई गांवों का संपर्क टूट गया है. आलम यह है कि चंबल नदी पर बने बड़े बांधों से पानी की निकासी की जा रही है. कोटा बैराज से इस सीजन में पहली बार 8 गेट खोलकर 1 लाख 36 हजार क्यूसेक पानी की निकासी की गई है, जिस वजह से निचली बस्तियों में जलभराव होने का खतरा पैदा हो गया है. इस स्थिति के मद्देनजर प्रशासन ने बचाव दलों को तैनात कर दिया है.

अधिकारियों का कहना है कि अगर तेज बारिश का दौर जारी रहता है तो जल्द ही कोटा बैराज से भारी मात्रा में पानी की निकासी की जाएगी, जिससे चंबल नदी के किनारे बसी बस्तियों में जल भराव होने का पूरा अंदेशा है.

बारां-बूंदी-झालावाड़ में हालात बिगड़े

बारां जिले में रूक-रूक कर बारिश हो रही है, जिससे जिले के कई इलाकों में नदी-नाले उफान पर हैं. बीते 24 घंटों में बारां जिला मुख्यालय पर 86 एमएम बारिश दर्ज की गई है. प्रशासन ने बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी किया हुआ है. वहीं, बूंदी में 24 घंटों में 154 एमएम बारिश हुई है, जिससे जलभराव की स्थिति पैदा हो गई है. कई गांवों का संपर्क टूट गया है और बरधा बांध, भीमलत झरना और जैतसागर झील उफान पर हैं. अकतासा और श्यामू नदी की पुलिया पर 3 फीट पानी आ जाने से मार्ग बंद कर दिया गया है. उधर झालावाड़ में, खानपुर, असनावर और अकलेरा क्षेत्र में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं. नदी-नाले उफान पर आने से निचली बस्तियों में घरों में पानी घुस गया है और खेत जलमग्न हो गए हैं. खानपुर में सर्वाधिक 8 इंच बारिश रिकॉर्ड की गई है.

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मानसून में बूंदी का भीमलत झरना
Photo Credit: NDTV Reporter

तालेड़ा नदी में पानी का सैलाब आ गया

बारिश के कारण बांधों में पानी की अच्छी आवक देखी गई है. पर्यटन स्थल भी बरसात में गुलजार हो गए हैं. रामेश्वर महादेव झरने में पानी का उफान चल रहा है. लगातार बरसात होने से बरधा बांध में पानी की भारी आवक देखने को मिली है, जिसके चलते बांध पर 2 फीट की पानी की चादर चल रही है. बरधा बांध में पानी की भारी आवक होने से तालेड़ा नदी में पानी का सैलाब आ गया है, जिसके चलते कस्बे के अकतासा पुलिया पर 3 फीट पानी देखा गया है. क्षेत्र की घोड़ा पछाड़ नदी में भी ऊफान है, जिससे श्यामू नदी की पुलिया पर 2 फीट पानी देखा जा सकता है. 

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पुलिया पर पानी की चादर चलने से कई गांवों का संपर्क टूट गया है.
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कई गांव जलमग्न, कच्चे मकानों को नुकसान

भीमलत, बरधा बांध सहित कई इलाकों में सिविल डिफेंस के जवानों की तैनाती की गई है.  डाबी बरड़ क्षेत्र में स्थिति और गंभीर है. डाबी-पटपड़िया स्टेट हाईवे पर एरू नदी की तेज धार में अस्थायी मिट्टी की पुलिया बह गई है. इससे डाबी से पटपड़िया, लांबाखोह, नरौली और आसपास के गांवों का संपर्क टूट गया है. राजपुरा पुलिया पर भी पानी बहने से आवागमन बाधित है. धनेश्वर, सुतड़ा, लांबाखोह, राजपुरा और बुधपुरा गांवों में 2 से 3 फीट तक पानी भर गया है. नालियां चोक होने से पानी घरों में घुस गया है. कच्चे मकानों को नुकसान की आशंका है. 

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मूसलाधार बारिश की वजह से कई इलाके जलमग्न हो गए हैं.
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5 घंटे बंद रहा झालावाड़-बारां मेगा हाईवे

सबसे ज्यादा खानपुर के समीप गोलाना गांव में हालात खराब नजर आए हैं. पूरा गांव जलमग्न हो गया हैं. यहां मुख्य बाजार में 2 से 5 फीट तक पानी बह रहा है. इससे पानी घरों व दुकानों में घुस गया है. खेत जलमग्न हैं. इसके अलावा खानपुर के ही दहीखेड़ा व पनवाड़ में भी हालत खराब हैं. यहां भी गांव और खेत जलमग्न हो गए हैं. मूसलाधार बारिश से भीमसागर बांध के 3 और कालीसिंध बांध का 1 गेट खोलकर पानी निकासी की गई है. जिले में मूसलाधार बारिश से कई मार्ग बंद हो गए हैं. इसमें गोलाना नदी की पुलिया पर पानी आने से झालावाड़-बारां मेगा हाईवे 5 घंटे बंद रखना पड़ा.

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