Naresh Meena Bail: राजस्थान विधानसभा उपचुनाव मतदान के दिन एसडीएम को थप्पड़ मारने वाले कांग्रेस के बागी नेता नरेश मीणा को जमानत नहीं मिली. मंगलवार 17 दिसंबर को नरेश मीणा का जमानत याचिका पर सुनवाई होनी थी, लेकिन अंतिम समय में सुनवाई आगे टल गई. सुनवाई नहीं होने से नरेश मीणा के जेल से बाहर आने का इंतजार अब और लंबा हो गया है. मालूम हो कि नरेश मीणा सहित 18 अन्य आरोपियों की जमानत याचिका पर मंगलवार को टोंक जिला एंव सेशन कोर्ट में सुनवाई होनी थी.
कांग्रेस से टिकट नहीं मिलने पर निर्दलीय ठोकी थी ताल
उल्लेखनीय हो कि देवली उनियारा विधानसभा सीट के उपचुनाव में नरेश मीणा निर्दलीय चुनावी मैदान में थे. इस उपचुनाव से पहले तक नरेश मीणा कांग्रेस में थे. लेकिन टिकट नहीं मिलने पर उन्होंने निर्दलीय चुनावी मैदान में उतरने का फैसला लिया था. विधानसभा उपचुनाव मतदान के दिन देवली उनियारा के समरावता में एक बूथ पर फर्जी मतदान कराने वाले एसडीएम अमित चौधरी को उन्होंने जोरदार थप्पड़ मार दिया था.
थप्पड़ मारने का वीडियो हुआ था वायरल
एसडीएम अमित चौधरी थप्पड़ मारने की घटना ने खूब तुल पकड़ा. घटना का वीडियो काफी वायरल हुआ. जिसके बाद प्रशासन पर नरेश मीणा को गिरफ्तार करने का दवाब बढ़ा. आरएएस अधिकारियों के प्रदर्शन के बाद नरेश मीणा को गिरफ्तार करने पहुंची पुलिस और लोगों के बीच जमकर झड़प हुई थी.
पिछली सुनवाई में भी टल गई थी रिहाई
आगजनी और हिंसा के बाद आखिरकार पुलिस ने नरेश मीणा सहित कई लोगों को गिरफ्तार किया. जिसके बाद नरेश मीणा सहित समरावता हिंसा के 40 से ज्यादा लोग जेल में है. नरेश मीणा की रिहाई के लिए जमानत याचिका पर पिछली तारीख में भी सुनवाई टल गई थी. मंगलवार को भी सुनवाई टल गई. अब इस मामले में 23 दिसंबर को अगली सुनवाई होगी.
नरेश मीणा की जमानत याचिका पर सुनवाई क्यों टली
मिली जानकारी के अनुसार 17 दिसंबर को नरेश मीणा की जमानत याचिका केस डायरी नहीं पहुंचने के कारण टली. बताया गया कि नरेश मीणा की केस डायरी हाईकोर्ट में थी. सुनवाई के दौरान केस डायरी टोंक जिला एवं सेशन कोर्ट में नहीं पहुंच सकी. इस कारण नरेश मीणा सहित समरावता हिंसा के 18 अन्य आरोपियों की जमानत याचिका पर सुनवाई 23 दिसंबर के लिए टल गई.