Rajasthan News : टोंक जिले की देवली उनियारा सीट के उपचुनाव के दौरान SDM को थप्पड़ मारने के मामले में गिरफ्तार निर्दलीय उम्मीदवार नरेश मीणा को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. गुरुवार को भारी हंगामे के बाद गिरफ्तार नरेश मीणा को शुक्रवार को अदालत के सामने पेश किया गया. सुरक्षा कारणों से मीणा को अदालत नहीं ले जाया गया बल्कि उनकी पेशी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से हुई. मीणा को निवाई कोर्ट में फर्स्ट क्लास जुडिशियल मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया. न्यायाधीश ने मीणा को पूछताछ के लिए 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया.
अदालत के आदेश के बाद नरेश मीणा को थाने से भारी सुरक्षा के बीच टोंक जिला जेल ले जाया गया. पुलिस के घेरे के बीच मीणा को पुलिस की वैन में बिठाकर जेल ले जाया गया. समरावता में थप्पड़ कांड ओर मतदान के बाद हुई हिंसा के मामले में नरेश मीणा के अलावा 52 अन्य आरोपियों को भी न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया है.
थाने से वैन की ओर ले जाते समय वहां मौजूद पत्रकारों ने दूर से ही नरेश मीणा से सवाल पूछने की कोशिश की. नरेश मीणा का गला बैठा हुआ था. उन्होंने कुछ बोलने की कोशिश की मगर वह अस्पष्ट नहीं था. मीणा को वैन से सिर्फ़ 'इंकलाब' बोलते सुना जा सका.
SDM अमित चौधरी ने थप्पड़ मारने के बाद किया मुकदमा
नरेश मीणा के खिलाफ मालपुरा के SDM अमित चौधरी ने मुकदमा दर्ज किया है. मीणा ने 13 नवंबर (बुधवार) को एक मतदान केंद्र के सामने सबके सामने SDM को थप्पड़ मारा था. इस मामले ने देखते-देखते तूल पकड़ लिया.
मीणा और उनके समर्थक बुधवार को मतदान के बाद समरावता गांव में उसी मतदान केंद्र के पास धरने पर बैठ गए. पुलिस ने रात को उन्हें रोकने की कोशिश की जिसके बाद वहां बड़े पैमाने पर हिंसा और आगजनी हुई. लगभग 60 दोपहिया और 18 चारपहिया वाहनों को जला दिया गया. इससे पूरे इलाके में तनाव की स्थिति पैदा हो गई.
RAS अधिकारियों की हड़ताल और गिरफ्तारी
दूसरी ओर, गुरुवार को राजस्थान प्रशासनिक सेवा (RAS) के अधिकारियों ने अपने अधिकारी पर हमले के विरोध में पूरे राज्य में हड़ताल कर दी. इसके बाद गुरुवार को भारी सुरक्षा के बीच पुलिस के आला अधिकारियों के साथ बड़ी संख्या में पुलिस की टीम समरावता गांव पहुंची और नरेश मीणा को गिरफ्तार कर लिया गया.
मीणा की गिरफ्तारी के बाद उनके समर्थकों ने हंगामे की कोशिश की और पुलिस को आंसू गैस के गोलों का इस्तेमाल करना पड़ा. उनके समर्थकों ने रोड जाम करने की भी कोशिश की. शुक्रवार को भी मीणा के समर्थकों ने जयपुर-कोटा हाईवे को जाम करने की कोशिश की मगर पुलिस और प्रशासन की समझाइश से स्थिति को नियंत्रित कर लिया गया.
इस बीच RAS अधिकारियों ने भी मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से अपने प्रतिनिधिमंडल की मुलाकात के बाद अपनी हड़ताल समाप्त कर दी है.
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