चाची-दादी की उम्र में पढ़ाई कर रही महिलाएं, दौसा में 453 महिलाओं ने दी नवसाक्षरता परीक्षा

दौसा में नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के अंतर्गत बुनियादी साक्षरता परीक्षा का आयोजन किया गया. इस परीक्षा में 20 कैदियों ने भी भाग लिया. साथ ही कार्यक्रम में महिलाओं की भागीदारी शत प्रतिशत रही.

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दौसा में नवसाक्षरता परीक्षा में शामिल महिलाएं.

दौसा में मंगलवार को नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के अंतर्गत बुनियादी साक्षरता परीक्षा का आयोजन किया गया. इस परीक्षा में जिला कारागार दौसा में बंद 20 कैदियों ने भी भाग लिया. दौसा ब्लॉक में 535 नवसाक्षरों ने परीक्षा में भाग लिया, जिसमें 82 पुरुष व 453 महिलाएं शामिल हुईं. परीक्षा में महिलाओं की उपस्थिति शत प्रतिशत रही. इस परीक्षा में चाची-दादी की उम्र वाली महिलाएं भी शामिल हुई. मालूम हो कि यह स्कीम उन जैसे लोगों के लिए हैं, जो किसी कारणवश बचपन में पढ़ाई नहीं कर सके थे.

मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी रामनारायण मीणा ने बताया कि परीक्षा केंद्रों पर जबरदस्त उत्साह नवसाक्षरों में देखने को मिला. नाचते गाते नव साक्षर परीक्षा देने परीक्षा केंद्रों पर पहुंचे. परीक्षा केंद्रों पर उत्सव जैसा माहौल देखने को मिला. मीणा ने बताया कि दौसा ब्लॉक में 34 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे, 535 नव साक्षरों ने परीक्षा में बैठे, जिसमें 82 पुरुष व 453 महिलाओं की उपस्थिति रही. परीक्षा में महिलाओं की भागीदारी शत प्रतिशत रही.

दिलाई गई मतदाता जागरूकता की शपत

ब्लॉक कोऑर्डिनेटर अभय सक्सेना ने बताया कि साक्षरता परीक्षा से पूर्व नवसाक्षरों को मतदान जागरूकता की शपथ दिलाई गई. जिला स्वीप प्रभारी महेश आचार्य के नेतृत्व में जिला कारागार दौसा में परीक्षा का आयोजन रखा गया, इसमें 20 नवसाक्षर बंदियों ने परीक्षा में भाग लिया. साथ ही, भविष्य में अच्छे आचरण की शपथ भी ली.

इस परीक्षा के दौरान आरपीएससी शिक्षक फोरम के सदस्य कालूराम मालपुरिया, पंकज अग्रवाल, घनश्याम चौबदार, भंवर राजेंद्र सिंह, कमलेश हरियाणा, द्वारा नवसाक्षरों को परीक्षा में शामिल होने के लिए अनेक केंद्रों पर जाकर प्रेरित किया.

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नवसाक्षरों का उत्साह सराहनीय

नवसाक्षरों का उत्साह सराहनीय है. कैदियों से लेकर महिलाओं तक सभी ने परीक्षा में भाग लेकर अपनी शिक्षा के प्रति जागरूकता दिखाई. यह इस बात का प्रमाण है कि शिक्षा के बिना कोई भी व्यक्ति अपने जीवन में सफल नहीं हो सकता. सरकार की ओर से चलाए जा रहे नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के तहत ऐसे कई लोगों को शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ने का अवसर मिल रहा है, जो किसी कारणवश शिक्षा से वंचित रह गए थे.

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