NDTV एजुकेशन कॉन्क्लेव: कोटा सुसाइड मामले पर प्रेमचंद बैरवा ने जताई चिंता, कहा- 'बच्चों पर प्रेशर न डालें गार्जियन'

NDTV Education Conclave News: कोटा में बढ़ते सुसाइड मामले को लेकर राजस्थान के डिप्टी सीएम ने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि अभिभावकों को बच्चों के दिमाग पर ज्यादा प्रेशर नहीं डालना चाहिए. 

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कार्यक्रम के दौरान की तस्वीर

NDTV Education Conclave Jaipur: जयपुर में एनडीटीवी का एजुकेशन कॉन्क्लेव शुक्रवार को आयोजित किया गया. इस दौरान राजस्थान सरकार के उप मुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा (Premchand Bairwa) मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे. उन्होंने कोटा में बच्चों के सुसाइड (Students Suicide Case) को लेकर चिंता जाहिर की. साथ ही उन्होंने कहा कि 16 साल से कम उम्र के बच्चों के एडमिशन को लेकर केंद्र सरकार की गाइडलाइन को लागू किया जा रहा है.

बच्चों के दिमाग पर न डालें प्रेशर: बैरवा

स्टूडेंट्स के सुसाइड और डिप्रेशन को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि नई शिक्षा नीति के तहत प्रदेश में योजनाएं लागू की जाएंगी. साथ ही उन्होंने कहा कि हमें (अभिभावकों) 16 साल तक के बच्चों के दिमाग पर ज्यादा प्रेशर नहीं डालना चाहिए. ऐसा करने से उनके शारीरिक विकास में रूकावट आती हैं. हमें बच्चों पर ज्यादा प्रेशर न देकर उनकी भावना और इच्छा को आगे बढ़ाते हुए, उनकी प्रतिभाओं को विकसित करने में ध्यान देना है. सुसाइड जैसी घटना होना हमारे देश और समाज के लिए दुर्भाग्य की बात है.

बच्चों की सुसाइड से बढ़ी चिंता

बता दें कि राजस्थान के कोटा में देशभर से बच्चे डॉक्टर और इंजीनियर बनने का सपना लेकर तैयारी करने आते हैं. ऐसे में यहां लगातार बढ़ रहे सुसाइड के मामलों से सरकार काफी चिंतित है. क्योंकि देशभर के अभिभावकों के मन में अपने बच्चों को लेकर चिंता बढ़ती जा रही है. ऐसे में राजस्थान सरकार सुसाइड रोकने के लिए हर संभव प्रयास लगातार कर रही है.

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