NDTV Rajasthan Conclave Bikaner: नॉलेज इज पावर. आज समय बदल गया है, हमलोग भी बदल रहे हैं. आज राजस्थान में शिक्षा, चिकित्सा के क्षेत्र में काफी प्रगति हुई है. सरकारी स्कूलों में इंग्लिश मीडियम से पढ़ाई हो रही है. यहां बच्चों का दाखिला लेने के लिए लॉटरी निकाली जा रही है... उक्त बातें शनिवार को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बीकानेर में चल रहे NDTV राजस्थान के कॉन्क्लेव में कही. दरअसल बीकानेर में चल रहे NDTV राजस्थान के कॉन्क्लेव शनिवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी शामिल हुए. उन्होंने एनडीटीवी के मंच से राजस्थान मिशन-2030 के बारे में खुलकर बातें की. उन्होंने बताया कि कैसे राजस्थान 2030 तक देश का अग्रणी राज्य बनेगा.
एनडीटीवी के मंच से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पीएम मोदी से राइट टू सोशल सिक्योरिटी की मांग की. उन्होंने कहा कि दुनिया के कई देशों में यह कानून है. मुख्यमंत्री ने कांग्रेस सरकार द्वारा दिए गए अधिकार सूचना का अधिकार, शिक्षा का अधिकार, खाद्य सुरक्षा कानून का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘सामाजिक सुरक्षा का अधिकार बनाया जाए. पीएम मोदी जी केंद्र में सामाजिक सुरक्षा का कानून बनाए.''
मुख्यमंत्री ने राजस्थान की शिक्षा व्यवस्था पर कहा कि प्रदेश के सरकारी स्कूलों में बदलाव हो रहा है. अब सरकारी स्कूल के बच्चे इंगलिश बोल रहे है. सरकार ने स्मार्टफ़ोन के ज़रिए लोगों को आगे बढ़ाने का काम किया है. सरकारी स्कूल में इंग्लिश मीडियम से पढ़ाई हो रही है. यहां दाखिले के लिए लॉटरी निकाली जा रही है.
सीएम की खास बातें-
500 ₹ में गैस सिलेंडर दे रही है सरकार
राजस्थान बदल रहा है
पहले 6 यूनिवर्सिटी थी अब 96 हो गई है
राजस्थान के लिये योजनाए बेमिसाल है
इन्वेस्टर्स के लिये राजस्थान में संभावनायें है
गिग वर्कर के लिए सरकार ने बड़ा फ़ैसला लिया
आर्थिक विकास दर उत्तर भारत में no 1 है
इससे पहले शनिवार को बीकानेर पहुंचे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एमएम ग्राउंड में पापड़ और भूजिया कारोबारियों से बात की. इस दौरान शिक्षा मंत्री डॉ. बीडी कल्ला भी मौजूद रहे. सीएम गहलोत ने बीकानेर के पापड़ और भूजिया उद्योग से जुड़े कारोबारियों से बात करते हुए मिशन 2030 के बारे में जानकारी दी. सीएम ने कहा कि विकास के कामों में कोई कमी नहीं रखी. मिशन 2030 के तहत हर नागरिक यह सोच सकता है कि 2030 तक उनके क्षेत्र में क्या होना चाहिए. इसके लिए अलग-अलग वर्गों के लोगों से करोड़ों सुझाव मिले है. इन सुझावों से हम आने वाले समय में नीतियां बनाएंगे.