नए साल के स्वागत के बदले क्यों उबल रहा है नीमकाथाना? बाजार बंद, सड़कों पर लोग कर रहे आगजनी

सरकार द्वारा नीमकाथाना जिले को निरस्त करने के फैसले को बदलने की मांग की जा रही है और जिले को यथावत रखने को लेकर प्रदर्शन किया जा रहा है.

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Rajasthan News: पूरे देश में नए साल के आगमन की तैयारी है और चारों तरफ खुशी दिख रही है. लेकिन राजस्थान के सीकर स्थित नीमकाथाना (Neem Ka Thana) के लोगों का नया साल विरोध प्रदर्शन के साथ शुरू हो रहा है. नीमकाथाना के लोगों में भारी आक्रोश है और सड़क पर प्रदर्शन कर रहे हैं. सैकड़ों युवा यहां सड़क पर उतरकर टायर जलाकर नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. ऐसा इसलिए की सीकर के नीमकाथाना जिले को सरकार ने निरस्त करने का फैसला किया है.

सरकार द्वारा नीमकाथाना जिले को निरस्त करने के फैसले को बदलने की मांग की जा रही है और जिले को यथावत रखने को लेकर प्रदर्शन किया जा रहा है. जिला बचाओ संघर्ष समिति की तरफ से कलेक्ट्रेट के बाहर क्रमिक भूख हड़ताल शुरू कर दिया है.

दुकान और सब्जी विक्रेताओं ने किया अनिश्चितकाल बंद का ऐलान

जिला बचाओ संघर्ष समिति के लोगों की मांग है कि जब तक नीमकाथाना जिले को यथावत नहीं रखा जाता तब तक संघर्ष समिति का आंदोलन जारी रहेगा. इसके साथ ही नीमकाथाना जिले को निरस्त करने के विरोध में व्यापार महासंघ और सब्जी विक्रेताओं की ओर से नीमकाथाना के बाजार अनिश्चितकाल के लिया बंद है. जिसके बाद दुकानें बंद है. साथ ही बार एसोसिएशन ने भी अनिश्चितकाल के लिए कार्य का बहिष्कार कर दिया. नीमकाथाना जिले को खत्म करने के विरोध में पंचायत समिति सदस्य ममता शर्मा और जिला परिषद सदस्य कोयली ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. 

वहीं यादव समाज के लोगों ने भी अतिरिक्त जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर नीमकाथाना जिले को यथावत रखने की मांग की. मंगलवार को सामाजिक संगठनों की ओर से जिले को यथावत रखने की मांग को लेकर मीटिंग रखी जाएगी जिसमें जिले की मांग को लेकर आगे की रणनीति को लेकर विचार किया जाएगा. माना जा रहा है कि इसके बाद अब यह बड़े आंदोलन में तब्दील होने वाला है.

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