राजस्थान में एक और अस्पताल की लापरवाही, 13 साल के बच्चे की मौत के बाद बवाल

टोंक अस्पताल में रात 2 बजे मरीज का इलाज कर्मचारी कर रहे थे. लेकिन डॉक्टर बुलाने पर भी नहीं आए और सुबह भी टाइम से ड्यूटी पर नहीं पहुंचे.

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Rajasthan News: राजस्थान में लगातार अलग-अलग जिलों से अस्पताल की लापरवाही सामने आ रही है. अब नया मामला टोंक से आया है. जहां 13 वर्षीय बच्चे को पेट दर्द की शिकायत पर इलाज के लिए भर्ती कराए जाने के बाद उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई. इसके बाद परिजनों ने अस्पताल पर लापरवाही और समय पर डॉक्टर इलाज के लिए उपलब्ध नहीं होने का आरोप लगाया है. वहीं परिजनों ने इस घटना के बाद जमकर बवाल किया.

बताया जाता है कि 13 वर्षीय बच्चे आयुष्मान को निवाई से टोंक लाया गया था. उसके पेट में दर्द हो रहा था. लेकिन अस्पताल में डॉक्टरों ने लापरवाही बरती इस वजह से बच्चे की मौत हो गई. हालांकि इस मामले में डॉक्टरों का कहना है कि मरीज को एडमिट करने के बाद उसका उपचार शुरू कर दिया गया और इसमें किसी तरह की लापरवाही नहीं की गई.

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क्या है पूरा मामला

टोंक जिले के सबसे बड़े अस्पताल में मंगलवार (20 अगस्त) की सुबह उस समय हंगामा खड़ा हो गया. जब एक 13 वर्षीय बालक की पेट में दर्द होने पर भर्ती कराए जाने के बाद इलाज के दौरान मौत हो गई. मृतक बालक के परिजनों ने अस्पताल के डॉक्टरों पर आरोप लगाते हुए कहा कि डॉक्टर समय पर अस्पताल आ जाते तो हमारे बच्चे की मौत नहीं होती. अस्पताल में हंगामें की सूचना मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंची और परिजनों को समझा कर मामले को शांत कराया गया. फिलहाल परिजनों की और से कोतवाली थाने में रिपोर्ट दी गई.

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रात 2 बजे अस्पताल में कर्मचारी कर रहे थे इलाज

मृतक बालक के चाचा ओमप्रकाश ने बताया कि बीती रात को बालक आयुष्मान बैरवा जो कि निवाई क्षेत्र के गांव नला का निवासी है. जिसके पेट में दर्द होने के कारण उसे निवाई अस्पताल में भर्ती कराया गया था. पेट में दर्द ज्यादा होने के कारण निवाई अस्पताल से बालक आयुष्मान को टोंक जनाना अस्पताल के लिए रैफर किया. रात 2 बजे हम बालक को टोंक लेकर पहुंचे तो अस्पताल में मौजूद कर्मचारियों ने बालक का उपचार शुरू किया. लेकिन बालक के फिर भी पेट में दर्द नहीं समाप्त नहीं हुआ. बार-बार अस्पताल कर्मचारियों से डॉक्टरों को बुलाने की गुज़ारिश की. लेकिन सुबह तक भी कोई डॉक्टर अस्पताल समय पर नहीं पहुंचे. जिससे बालक आयुष्मान की मौत हो गई. परिजनों ने डॉक्टरों पर आरोप लगाया कि डॉक्टरों की लापरवाही के कारण आज हमारे बच्चे की मौत हो गई है। ऐसे डॉक्टरों के खिलाफ कारवाई होना चाहिए.

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