Sariska Tiger Reserve: अलवर जिले के सरिस्का बाग अभ्यारण में लगातार पर्यटकों की संख्या बढ़ती जा रही है, यही कारण है कि तेज गर्मी के बाद भी अलवर में पर्यटकों की संख्या में कमी नहीं हो रही है. वीकेंड पर सबसे अधिक संख्या अलवर कूच कर रहे पर्यटक टाइगर सहित अन्य वन्य जीवों की साईटिंग कर रहे हैं.
सरिस्का में गर्मियों में जंगल में आग की समस्या भी एक बड़ी चुनौती
सरिस्का में गर्मियों में जंगल में आग की समस्या भी एक बड़ी चुनौती है, जिससे निपटने के लिए भी सरिस्का प्रशासन ने पूर्व से ही व्यवस्थाए की हुई है और अभी तक कुल 7 जगह आग की घटना भी सामने आ चुकी है. सरिस्का में बाघो की सुरक्षा के लिए प्रत्येक बाघ की मोनेटरिंग के लिए टीम लगाई हुई है, जो गर्मी की रात में जंगल में गश्त करते हैं.
सरिस्का टाइगर रिजर्व में 500 कैमरों के माध्यम से होती है निगरानी
सरिस्का में बाघों की मोनेटरिंग के लिए कैमरा ट्रैप व्यवस्था भी बनाई हुई है, जिसमें पूरे जंगल में कैमरों से वन्यजीवों की मॉनिटरिंग की जाती है. ये कैमरे वोरहोल्स पर पेड़ों पर लगाए हुए है, यह कैमरे सेंसरजेनिक है जिनके आगे कोई भी आए तो तत्काल उसका फोटो खींच जाता है. हर पंद्रह दिन में जांच कर डेटा इकट्ठा किया जाता है.
बाघों के साथ सरिस्का में तीन भालू भी बढ़ा रहे सरिस्का की शान
सरिस्का में तीन भालू भी है, जिनकी मॉनिटरिंग के लिए भी टीम तैनात हैं. सरिस्का में स्थित गांवों को जंगल से विस्थापित करने की प्रक्रिया भी जारी है और ग्रामीणों को समझाकर वहां विस्थापित किया जा रहा हैं. सरिस्का टाइगर रिजर्व में सफारी के लिए आए पर्यटकों ने सरिस्का की खुली हवा खूब सराहना की.
सरिस्का टाइगर रिजर्व में बाघों की संख्या बढ़कर हुई 33
फिलहाल, सरिस्का टाईगर रिजर्व में बाघों की संख्या 33 बाघ हैं, जिनमें 11 वयस्क बाघ, 14 वयस्क बाघिन एवं 8 शावक शामिल हैं. सरिस्का में बाघों की बढ़ती संख्या के साथ यहां आने वाले पर्यटकों की संख्या भी बढ़ रही है. एक्सप्रेसवे और दिल्ली-एनसीआर के करीब सरिस्का टाइगर रिजर्व पर्यटकों के लिए सुलभ हैं.