बूंदी के किसानों को ओम बिरला ने दिया बड़ा तोहफा, सिचाईं और पेयजल सुविधा के लिए किया यह काम

ओम बिरला ने बूंदी के लबान गांव से 54 गांवों में तालाबों के जीर्णोद्धार कार्य का शिलान्यास किया. बूंदी के 54 तालाबों का 62  करोड़ की लागत से कायाकल्प होगा.

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ओम बिरला ने किया शिलान्यास

Rajasthan News: बूंदी जिले के ग्रामीणों और किसानों को रविवार को बड़ी सौगात मिली. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बूंदी के लबान गांव से 54 गांवों में तालाबों के जीर्णोद्धार कार्य का शिलान्यास किया. इस दौरान उनके साथ प्रदेश के जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत भी मौजूद रहे. मंत्री सुरेश रावत ने कहा कि तालाबों को जीर्णोद्धार से इन्हें नया जीवन मिलेगा. इससे क्षेत्र में सिंचाई और पेयजल सुविधाएं सुधरेंगी जिसका लाभ किसानों, युवाओं और ग्रामीण आबादी को मिलेगा. हमारा प्रयास है कि हर खेत तक पानी और हर घर तक शुद्ध पेयजल पहुंचे. अगले दो वर्षों में इस संकल्प की सिद्धि हो, इसके लिए हम प्रतिबद्धता से कार्य कर रहे हैं. 

वहीं लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कहा, गांवों की समृद्धि के लिए तालाब महत्वपूर्णं है. यहां के जनप्रतिनिधि कई बार मुझसे इनके जीर्णोद्धार को लेकर चर्चा करते थे. आज मुझे खुशी है कि आजादी के बाद यह पहला मौका है जब इतनी बड़ी राशि से तालाबों को विकसित करने का कार्य हो रहा है. गांव, गरीब औऱ किसान की पीड़ा को समझने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के कारण ही आज यह संभव हो पाया है. बिरला ने कहा कि अब वो समय गया जब विकास कार्यों की फाइल दफ्तरों में पड़ी रहती थी. अब जनता का शासन है, ऐसी परियोजनाएं जिनको घोषणा के बाद भुला दिया गया या जिनका काम लम्बे समय से अटका है, उन्हें भी समय सीमा तय कर पूरा किया जाएगा. 

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62 करोड़ से होगा कायाकल्प

बूंदी के 54 तालाबों का 62  करोड़ की लागत से कायाकल्प होगा. केंद्र सरकार की आरआरआर योजना के तहत स्वीकृत इस कार्य में बूंदी के 16 तालाबों का 18.95 करोड़ जबकि कोटा के 38 तालाबों का 43.42 करोड़ की लागत से जीर्णोद्धार होगा. इनमें बूंदी में 7, के.पाटन क्षेत्र में 8, सांगोद में 10, सुल्तानपुर क्षेत्र में 14, खैराबाद में 6, लाडपुरा में 5 व इटावा में 4 तालाब शामिल है. स्पीकर बिरला ने कहा कि यह शुरूआत है, जल्द ही कार्ययोजना बनाकर 40 करोड़ से शेष तालाबों को विकसित किया जाएगा.   

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ईआरसीपी से बदलेगी किसानों की तकदीर

जल संसाधन मंत्री सुरेश रावत ने कहा कि यह स्पीकर बिरला की नेतृत्व क्षमता का परिणाम है कि हमने जो प्रस्ताव केंद्र को भेजे वे सभी उन्होंने स्वीकृत करवा दिए. ईआरसीपी के सपने का साकार करने में भी उनकीu बड़ी भूमिका है, ईआरसीपी से कोटा-बून्दी के साथ प्रदेश के कई जिलों के किसानों की तकदीर बदल जाएगी. हाड़ौती क्षेत्र के हर किसान के खेत तक पानी पहुंचाने के स्पीकर बिरला की योजना को हम धरातल पर उतारेंगे. जनता के आशीर्वाद से एक बार फिर डबल इंजन की सरकार बनेगी और राजस्थान के नवनिर्माण की राह प्रशस्त होगी.  कार्यक्रम को पूर्व विधायक चन्द्रकांता मेघवाल व सरपंच बुद्धिप्रकाश मीणा ने भी संबोधित किया.

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