राजस्थान यूनिवर्सिटी में नवनिर्मित संविधान स्तंभ में विवरणों की चूक, राज्यपाल द्वारा उद्घाटन के बाद गर्म हुआ मुद्दा

राजस्थान यूनिवर्सिटी में संविधान पार्क का निर्माण किया गया है, जिसमें संविधान स्तंभ का निर्माण किया गया है. इस स्तंभ में दिये गए विवरण में बड़ी चूक हुई है.

विज्ञापन
Read Time: 2 mins

Rajasthan University: राजस्थान यूनिवर्सिटी में हाल ही में एक संविधान स्तंभ का निर्माण किया गया है. जिसका उद्घाटन भी कर दिया गया है. लेकिन नवनिर्मित संविधान स्तंभ पर लिखे विवरणों में बड़ी चूक सामने आई है. यूनिवर्सिटी में संविधान पार्क का निर्माण किया गया है, जिसमें संविधान स्तंभ का निर्माण किया गया है. वहीं इस संविधान स्तंभ का उद्घाटन राज्यपाल कालराज मिश्र ने किया है. इस संविधान स्तंभ में संविधान के सभी भागों का जिक्र है और उससे जुड़े महत्वपूर्ण चित्र भी उकेरे गए हैं.

हालांकि, स्तंभ में संविधान के भाग 17 का भी जिक्र किया गया है, जिसमें आपात उपबंध यानी इमरजेंसी प्रोविजन का जिक्र है, जबकि यह भाग भाषाओं से संबंधित है. जाहिर है यह बड़ी चूक है.

चूक के बाद भी राज्यपाल ने किया उद्घाटन

हालांकि जब विद्यार्थियों की इस पर नजर पड़ी तो आनन फानन में विश्वविद्यालय प्रशासन ने इसे ढकने का प्रयास किया. लेकिन सवाल है कि इतनी बड़ी चूक हुई कैसे? इतना ही नहीं, इस चूक के बाद भी राज्यपाल द्वारा इसका उद्घाटन भी किया गया. क्या तब भी इस पर किसी का ध्यान नहीं गया. अब इस मामले को लेकर विश्वविद्यालय के छात्र नेता प्रशासन पर हमलावर हैं. 

विश्वविधालय के छात्र नेता शुभम रेवाड़ ने कहा, यह ताज्जुब की बात है कि संविधान स्तंभ में ही संविधान की अवमानना की जा रही है. प्रशासन को इस पर ध्यान देना चाहिए था. 

Advertisement

19 जून को हुआ था उद्घाटन

विश्वविद्यालय परिसर में संविधान पार्क का उद्घाटन 19 जून को हुआ था. इसी दिन विश्वविद्यालय का दीक्षांत समारोह भी था. राज्यपाल कलराज मिश्र इसमें हिस्सा लेने आए थे तभी उन्होंने पार्क का उद्घाटन किया था. इस पार्क का निर्माण 3 करोड़ की लागत से किया गया था. उद्घाटन के वक्त उच्च शिक्षा मंत्री डॉ प्रेमचंद बैरवा एवं कुलपति डॉ अल्पना काटेज भी उपस्थित थी. कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे लेकिन किसी का ध्यान इस ओर नहीं गया था.

यह भी पढ़ेंः NEET यूजी पेपर लीक मामले में हुआ Exclusive खुलासा, इंटर स्टेट रैकेट ने 34 लोगों को इतने लाख में बेचा था पेपर

Advertisement