NEET Paper Leak Case: नीट पेपर लीक में मामले में हर रोज नए खुलासे हो रहे हैं. नीट पेपर लीक मामले जांच की जा रही है. जिसे बिहार की आर्थिक अपराध शाखा (EOU) द्वारा किया जा रहा है. वहीं इस जांच के दौरान कुछ बड़े खुलासा हुए हैं जो NDTV इंडिया के पास एक्सक्लूसिव है. पेपर लीक मामले में अहम जानकारी सामने आई है. जिसमें बताया जा रहा है कि पेपर लीक में पूरा इंटर स्टेट रैकेट काम कर रहा था. यह मामला कहीं एक जगह का नहीं है.
बताया जा रहा है कि यह पूरा रैकेट बिहार से लेकर झारखंड तक फैला हुआ था. पेपर लीक झारखंड के रांची से हजारीबाग के बीच हुई. जिसे फिर पटना लाया गया और वहां इसे बांटा गया. यानी पूरा इंटर स्टेट गैंग इस काम में लगा हुआ था.
30 से 40 लाख में बेचे गए पेपर
पेपल लीक की जांच करने वाली एजेंसी EOU ने खुलासा किया है कि NEET के पेपर को 30 से 40 लाख रुपये में बेचे गए हैं. लीक पेपर को 34 उम्मीदवारों को दिये गए. वहीं, इन उम्मीदवारों में से 13 को गिरफ्तार किया जा चुका है. जबकि बाकियों को तलाशा जा रहा है.
इन चार उम्मीदवारों की सेटिंग सिकंदर से हुए थी और सिकंदर ने नीतीश, अमित आनंद और संजीव सिंह रॉकी का नाम लिया था. जो इसी गैंग के सदस्य थे. नीतीश पहले भी पेपर लीक में गिरफ्तार हुआ था. लेकिन उसे 4 दिन में जमानत मिल गई. जबकि नीतीश ने ही चारों उम्मीदवारों को नीट के पेपर उपलब्ध कराए थे.
चारों उम्मीदवार की जानकारी
आयुष राज, रोल नंबर-1502270126
अभिषेक कुमार, रोल नंबर-1502600112
शिवनंदन कुमार, रोल नंबर - 1502290068
अनुराग यादव, रोल नबंर-1502041107
खुलासे में बताया गया है कि इन चारों उम्मीदवारों को पटना के लर्न बॉयज हॉस्टल, लर्न प्ले स्कूल में जवाब रटाए गए थे. पुलिस ने इस चारों लोगों को हिरासत में ले लिया है.
NEET-UG पेपर लीक मामले में CBI ने FIR दर्ज कर ली है. सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार CBI ने विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है. केंद्र सरकार ने नीट यूजी परीक्षा में धांधली के आरोपों को बेहद गंभीरता से लेते हुए इस मामले की जांच CBI को सौंप दी थी. वहीं सरकार ने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के प्रमुख को भी पद से हटा दिया था. साथ ही नीट-पीजी प्रवेश परीक्षा के लिए होने वाले एग्जाम को भी स्थगित कर दिया गया.
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