कंप्यूटर के साथ OMR सीट भी, क्या है 'हाइब्रिड' सिस्टम? जिसे अपना कर प्रतियोगी परीक्षा लेगा RSSB, गाइडलाइन जारी

जुलाई से जनवरी तक 31 अलग-अलग परीक्षाएं होनी हैं, जिनमें कनिष्ठ अनुदेशक, एनिमल पशु परीक्षक, महिला अधिकारी और LDC की परीक्षा शामिल है.RSSB के अध्यक्ष आलोक राज ने कहा था कि इस सिस्टम के भीतर जो सुराख है उनको ठीक करने के लिए बोर्ड यह कदम उठा रहा है. जिससे पेपर लीक और नक़ल को रोका जा सकेगा

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RSSB CBT-Cum- OMR Sheet Hybrid System: राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड (RSSB) अब सभी प्रतियोगी परीक्षाओं को हाइब्रिड मोड में लेगा. उसको लेकर गाइडलाइन जारी कर दी गईं हैं. यह सिस्टम राजस्थान में RSSB की आने वाली प्रतियोगी परीक्षाओं में पर लागू होगा. इस सिस्टम के तहत प्रश्न पत्र कंप्यूटर पर आएगा और ओएमआर सीट ऑफलाइन भरी जायेगी. 

राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड द्वारा बुधवार को जारी किये गए दिशानिर्देशों के मुताबिक कुछ आगामी परीक्षाएं सीबीटी-कम-ओएमआर मोड के माध्यम से आयोजित की जाएंगी, जिसमें सवाल कंप्यूटर स्क्रीन पर दिखाई देंगे, जबकि अभ्यर्थी को उनका उत्तर ऑफ़लाइन ओएमआर शीट पर देना होगा.

एक बार में स्क्रीन पर होगा एक सवाल 

दिशानिर्देशों के मुताबिक कंप्यूटर स्क्रीन पर एक समय में केवल एक ही प्रश्न प्रदर्शित किया जाएगा. सीबीटी-सह-ओएमआर मोड परीक्षा में शेष प्रक्रिया वही होगी जो ऑफ़लाइन परीक्षा के लिए होती है. दिशानिर्देशों में कहा गया है कि उम्मीदवार को पर्यवेक्षक की उपस्थिति में अटेंडेंस शीट पर हस्ताक्षर करना होगा.

'नकल और पेपर लीक रोकने के लिए उठाये कदम'

जुलाई से जनवरी तक 31 अलग-अलग परीक्षाएं होनी हैं, जिनमें कनिष्ठ अनुदेशक, एनिमल पशु परीक्षक, महिला अधिकारी और LDC की परीक्षा शामिल है. इसके अलावा आने वाले दिनों में 30 परीक्षाएं नेशनल हेल्थ मिशन की भी होनी है. इससे पहले राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड (RSSB) के अध्यक्ष आलोक राज ने कहा था कि इस सिस्टम के भीतर जो सुराख है उनको ठीक करने के लिए बोर्ड यह कदम उठा रहा है. जिससे पेपर लीक और नक़ल को रोका जा सकेगा. 

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इंक्रिप्ट होगा पूरा सिस्टम 

पेपर लीक होने के लिए बचने के पेपर के कई सैट तैयार किए जा रहे हैं. कौन सा पेपर दिया जाएगा, आखिरी समय तक किसी को नहीं पता होगा. इसके अलावा एक जो नया प्रयोग पहली बार किया जा रहा है कि सीबीटी के जरिए सभी एग्जाम सेंटर पर आधे घंटे पहले कंप्यूटर पर पेपर दिया जाएगा, जो कि इंक्रिप्ट होगा.

हालांकि इस तरह की प्रक्रिया में पेपर को रिमोट ऐक्सेस के जरिए हैक करने का खतरा है. इस चुनौती से निपटने के लिए हाइब्रिड सिस्टम अपनाया जा रहा है. यानी पेपर कंप्यूटर पर होगा, लेकिन अभ्यार्थी को पेपर ओएमआर शीट पर हल करना होगा. 

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