पधारो म्हारे देस : लेक सिटी उदयपुर में आने लगे मेहमान, सीजन शुरू होते ही 50 फीसदी बुकिंग हुई पूरी 

World Tourism Day: उदयपुर का यह सबसे बड़ा टूरिस्ट सीजन आज से 36 दिन यानी दिवाली तक रहेगा. पूरा सीजन मार्च तक माना जाता हैं क्योंकि दिसंबर में भी उदयपुर बड़ी संख्या में आते हैं, लेकिन टूरिस्ट इंडस्ट्री से जुड़े लोग अभी दिवाली तक की शानदार स्थिति देख रहे हैं.

Advertisement
Read Time: 3 mins

Udaipur The Lake City: आज विश्व पर्यटन दिवस है और आज से ही पर्यटन सीजन की शुरुआत हो जाती है. पर्यटन दिवस के मौके पर देशभर के पर्यटन स्थलों पर कई तरह के कार्यक्रम होते हैं. उदयपुर की बात करें तो यहां हर साल लाखों की संख्या में पर्यटक आते हैं. बड़ी बात यह है कि साल दर साल धीरे-धीरे पर्यटकों की संख्या बढ़ती जा रही है. आज से ही पर्यटन सीजन की शुरुआत है तो दिवाली तक उदयपुर में 36 दिन कि क्या स्थिति है हम आपको बताते हैं. 

पर्यटन दिवस की बात करें तो यहां भी पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों का स्वागत, जगह-जगह सांस्कृतिक कार्यक्रम, पौधरोपण समेत अन्य कार्यक्रम होंगे.

सीजन हुआ शुरु, आएंगे लाखों पर्यटक 

उदयपुर में पिछले आठ महीने से हर महीने औसत 1.25 लाख पर्यटक आ रहे हैं जो कि एक बड़ी संख्या है. उदयपुर में सालभर में सबसे ज्यादा पर्यटक दिवाली के आसपास ही आते हैं, जिसमें सबसे ज्यादा गुजराती टूरिस्ट आते हैं. उदयपुर में नवरात्रि के समय सबसे ज्यादा बंगाली टूरिस्ट आते हैं. फिर दशहरे के बाद दिवाली तक गुजराती टूरिस्ट का फुटफॉल रहता है. 

दिवाली तक चलेगा 36 दिन का पीक सीजन

उदयपुर का यह सबसे बड़ा टूरिस्ट सीजन आज से 36 दिन यानी दिवाली तक रहेगा. पूरा सीजन मार्च तक माना जाता हैं क्योंकि दिसंबर में भी उदयपुर बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं, लेकिन टूरिस्ट इंडस्ट्री से जुड़े लोग अभी दिवाली तक की शानदार स्थिति देख रहे हैं. होटल संस्थान दक्षिणी राजस्थान के सचिव राकेश चौधरी ने बताया कि होटल रिसोर्ट को बुकिंग शुरू हो चुकी है. इनमें सबसे ज्यादा गुजरात, महाराष्ट्र, दिल्ली और मध्यप्रदेश के पर्यटक हैं.

Advertisement

झीलों की नगरी उदयपुर 

उदयपुर को झीलों की नगरी के नाम से भी जाना जाता है. यहां पर जयसमंद झील है, जिसे एशिया की सबसे बड़ी कृत्रिम झील माना जाता है. साथ ही यहां पर पिछोला झील, दूध थाली, गोवर्धन सागर, कुमारी तालाब, रंगसागर झील, स्वरूप सागर और फतेह सागर सात प्रमुख झीलें हैं. इसके अलावा इस शहर में सुंदर संगमरमर की हवेलियां बनी हुई हैं, जो पर्यटकों को आकर्षित करती हैं.

यह भी पढ़ें - विश्व पर्यटन दिवस: राजस्थान की वो 10 जगह, जहां एक बार घूमना तो बनता ही है