Rajasthan Politics: 'एक जुट, नो गुट और एक मुख', वसुंधरा राजे ने जयपुर में दिया नारा, समझें इसके सियासी मायने

Rajasthan BJP President Election 2025: वसुंधरा राजे ने यह बयान शनिवार दोपहर बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष के पद पर मदन राठौड़ का नाम अनाउंस होने के बाद दिया. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर हमें राठौड़ का कार्यकाल सफल बनाना है तो इस नारे पर चलना होगा.

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वसुंधरा राजे और मदन राठौड़.

Rajasthan News: राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे (Vasundhara Raje) ने शनिवार दोपहर जयपुर में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष (Rajasthan BJP President) के पद पर मदन राठौड़ (Madan Rathore) की ताजपोशी के बाद बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा, 'अगर हमें मदन राठौड़ के कार्यकाल को सफल बनाना है तो ''एक जुट, नो गुट और एक मुख'' होकर चलना होगा. तभी हम संगठन को जमीनी स्तर पर मजबूत कर पाएंगे. उनके इस बयान के कई मायने निकाले जा रहे हैं.

राजे ने बताई राठौड़ को दोबारा जिम्मेदारी मिलने की वजह

राजे ने कहा, 'आज हमने एक ऐसे व्यक्ति को अध्यक्ष चुना है, जिसके खिलाफ किसी ने भी नामांकन पत्र दाखिल नहीं किया. हमें पूरी उम्मीद और पूरा विश्वास है कि मदन राठौड़ सभी को साथ लेकर चलेंगे. वे करमठ, समर्पित, संस्कारी, सेवाभावी, ईमानदार व्यक्ति हैं. यही कारण है जिसकी वजह से आपको देश के सबसे बड़े प्रदेश को आगे ले जाने का मौका आपको मिला है.'

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पार्टी का साथ दो, वो आपके बारे में जरूर कुछ सोचेगी

वसुंधरा राजे ने कहा, 'मैं मदन राठौड़ का काफी लंबे समय से जानती हूं. उनका राजनीति जीवन आरामदायक कभी नहीं रहा. उनके जीवन में बहुत अप्स एंड डाउन्स आए. हम आपके साथ तब भी खड़े थे और आज भी खड़े हैं. मैं आज भाजपा के हर कार्यकर्ता से कहना चाहती हूं कि अगर मेहनत करोगे, पार्टी के साथ खड़े रहोगे तो पार्टी आपका ध्यान रखेगी. आज मदन राठौड़ का हमारे बीच बैठना हम सबको यही दिखाता है.'

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वसुंधरा राजे ने पद, मद, कद वाला बयान दोहराया

राजे ने कहा, 'मदन राठौड़ ने पिछली बार 3 अगस्त को भाजपा प्रदेशाध्यक्ष का पदभार ग्रहण किया था. तब मैंने आपके सामने तीन बातें रखी थीं. पद, मद और कद. मैं आपको आज आपसे वही बात दोहराते हुए कहना चाहती हूं कि पद का मद तो हो जाता है, लेकिन उसका कद तब अपने आप में ही कम हो जाता है. मदन राठौड़ के नाम में ही मद और न है. इसीलिए हमें शक ही नहीं है कि आपको मद कभी आने वाला नहीं है.'

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काबिल, जिम्मेदार और वैचारिक टीम बनाने की सलाह

वसुंधरा राजे ने मदन राठौड़ को ऐसे कार्यकर्ता की टीम बनाने के लिए सलाह दी जो काबिल होने व जिम्मेदार होने के साथ-साथ वैचारिक तरीके से पार्टी का ध्यान रखते हुए आगे भी अपने क्षेत्र में पार्टी का विस्तार करें. हो सकता है कि हमें लगे कि हमारा रास्ता कठिन है. हमारे काम को लोग सराह नहीं रहे हैं. लेकिन आप कंधे से कंधा मिलाकर चलते रहना, तभी पार्टी मजबूत रहेगी. 

'मैंने पहली बार आपको सुना, मजा आया'

अपने भाषण के दौरान वसुंधरा राजे ने राजस्थान भाजपा प्रभारी राधा मोहन दास अग्रवाल का भी जिक्र किया. राजे ने कहा, 'बेबाक अपनी बात सब के सामने रखने वाले राधा मोहन को आज मैंने पहली बार सुना. मुझे बहुत अच्छा लगा. मजा आया. आपने जिस तरह से अपनी बात सबके सामने रखीं, वो सबके दिल में घर कर गयीं. आप जब से आए हो सबको उसकी बता देते हो. कोई डिप्लोमेसी नाम की चीज नहीं है. सीधे-सीधे जो बोलना है वो बोल देते हैं. ऐसे हमारे प्रभारी, इस चुनाव के पर्यवेक्षक हैं. इन्होंने संगठन और सत्ता के तराजू को बैलेंस करने का काम किया है. ये बड़ी बात होती है. ये आसान काम नहीं है. लेकिन आपने ये काम किया है, इसीलिए मैं आपको बहुत-बहुत धन्यवाद देना चाहती हूं. यही संतुलन हमारी पार्टी की शक्ति है.'

राजे के बयान के सियासी मायने समझिए

वसुंधरा राजे फ्रंट फुट पर न रहकर राजस्थान में पार्टी के लिए सभी जरूरी काम कर रही हैं. जब भी पार्टी बुलाती है, या संगठन में उनकी जरूरत होती है, वे हाजिर हो जाती हैं. मीटिंग्स में शामिल होती हैं. भाषण देती हैं, और कई विवादों को सुलझाने की कोशिश भी करती हैं. इसका ताजा उदाहरण शुक्रवार शाम विधानसभा में देखने को मिला जब कांग्रेस विधायकों के विरोध के बाद राजे स्पीकर से मुलाकात करने सदन पहुंच गईं. उनके बीच क्या बातचीत हुई, इसकी जानकारी तो अभी सामने नहीं आई लेकिन वसुंधरा राजे का आना उनका संगठन में एक्टिव होने को दर्शाता है. आज का उनका नारे को कुछ लोग गुटबाजी समझ रहे हैं, लेकिन राजे ने खुद साफ किया है कि राजस्थान में भाजपा मजबूत है.

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