ऑपरेशन मोना: 20 सालों से फरार कुख्यात को फिल्मी अंदाज में घेरा, बेटे की इस आदत की वजह से पकड़ा गया

राजस्थान के टॉप मोस्ट वांटेड लिस्ट में शामिल आरोपी जिसने पुलिस को 3 बार चकमा दे दिया, अब राजस्थान पुलिस ने स्पेशल ऑपरेशन मोना चलाकर उसे गिरफ्तार किया गया है. 

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बाड़मेर में पकड़े गए आरोपियों की तस्वीर

Rajasthan Operation Mona: राजस्थान में इनामी बदमाश को पकड़ने के लिए पुलिस ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है. जोधपुर रेंज आईजी विकास कुमार के निर्देशन में बाड़मेर पुलिस ने शनिवार देर एक लाख रुपये से ज्यादा के इनामी बदमाश और अवैध मादक पदार्थ तस्करी में लिप्त आरोपी को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. आरोपी जोधपुर रेंज का टॉप मोस्ट वांटेड है.

आरोपी बाड़मेर जिले में करीब 15 सालों से चित्तौड़गढ़ से अवैध मादक पदार्थ लाकर तस्करी करने के काम में लिप्त था. आरोपी पहले पुलिस पर तीन बार हमला कर फरार हो चुका है. ऐसे में जोधपुर रेंज की स्पेशल कमांडो की टीम ने इस पूरे ऑपरेशन को अंजाम दिया और आरोपी की निशानदेही पर अवैध डोडा पोस्त भी बरामद किया है.

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ऑपरेशन मोना रखा गया कार्रवाई का नाम

जोधपुर रेंज आईजी विकास कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि आरोपी जसा, जसी, जसिया, जसराज और जसाराम के छद्म नामों से फरारी काट रहा था और टेलीविजन पर कुछ समय पहले एक धारावाहिक जस्सी जैसी कोई नहीं की लीड एक्ट्रेस जस्सी और मोस्ट नामी वांटेड के आधार पर पूरी कार्रवाई का नाम ऑपरेशन मोना रखा था. करीब 2 महीने लंबी रैकी के बाद पुलिस को आरोपी का बाड़मेर में होने का इनपुट मिला था. पुलिस के दो जवानों ने आरोपी के घर के पास किराए पर मकान लेकर आरोपी को पत्नी पर नजर रखी. इसके बाद पुलिस द्वारा आरोपी को गिरफ्तार किया गया.

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बेटा बाप के बिना नहीं खाता खाना 

बाड़मेर पुलिस के सिपाही आरोपी के मकान के आसपास किराए का कमरा लेकर रहने लगे. इस दौरान आरोपी की पत्नी से पुलिस के हाथ इनपुट लगा कि आरोपी का बेटा आरोपी के बिना खाना नहीं खाता है. इसके बाद पत्नी पर सख्ती से निगरानी रखी गई तो मालूम चला की पत्नी अपने बेटे को लेकर चार-पांच दिन में एक बार अपना फोन ऑफ करके गाड़ी से कहीं जाती है.

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पुलिस ने पत्नी की गाड़ी का पीछा किया तो पता चला कि देखो थाना क्षेत्र में स्थित एक गोदाम में जाती है. इस पर पुलिस ने ड्रोन के जरिए गोदाम की स्कैनिंग करवाई तो गोदाम के अंदर लग्जरी गाड़ियां मिली और गोदाम संदिग्ध दिखा तो पूरी कार्रवाई को अंजाम दिया गया.

आरोपी के पास से पिस्टल और कारतूस बरामद 

जोधपुर रेंज पुलिस के कमांडो ने पूरी तैयारी के साथ आरोपी के गोदाम घेराबंदी करते हुए आरोपी को आत्म समर्पण करने की चेतावनी दी. लेकिन आरोपी पिस्तौल लेकर छत पर चढ़ गया इस दौरान चारों ओर नजर घुमाई तो पूरा गोदाम पुलिस के हथियारबंद कमांडो से घिरा हुआ देखकर सरेंडर कर दिया इस दौरान पुलिस को आरोपी के पास से 9 एमएम की प्रतिबंधित दो पिस्टल और 63 कारतूस बरामद हुए. बरामद पिस्तौल और कारतूस भारतीय सेवा पुलिस और अर्धसैनिक बलों को दी जाती है.

तीन बार पुलिस पर हमला कर हुआ फरार

जोधपुर न जाएगी विकास कुमार के अनुसार आरोपी पूर्व में राजसमंद पाली और हनुमानगढ़ में पुलिस पर फायरिंग कर फरार हो चुका है और अवैध मादक पदार्थ तस्करी के धंधे में पिछले 15 सालों से सक्रिय है. इस दौरान आरोपी ने बाड़मेर के बलदेव नगर जैसे रहवासी इलाके में जमीन खरीदी और बड़ा आलीशान मकान बनाकर अपनी गैंग को संचालित कर रहा था और रीको थाना क्षेत्र में फार्म हाउस भी बनाया हुआ है जहां पर चोरी को गाडियां रखी जाती थी.

वर्कशॉप में चोरी को गाड़ियां होती थी मॉडिफाई

पुलिस ने आरोपी जसराज को जिस जगह से गिरफ्तार किया है वहां से पुलिस को गाड़ियों का वर्कशॉप भी मिला है जहां से आरोपी चोरी को गाड़ियों का मोडिफिकेशन कर तस्करी के काम में लेता था और छोटी बड़ी खराबी को दुरस्त भी किया जाता था. पुलिस को वर्कशॉप से नए टायर भी मिले है और बड़ी मात्रा गाड़ियों की नंबर प्लेट बरामद करने के साथ वर्कशॉप चलाने वाले 2 ट्रेंड मैकेनिक और आरोपी के ड्राइवर को भी गिरफ्तार किया है.

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