Rajasthan Politics: राजस्थान के मुख्य सचिव सुधांश पंत ने जोधपुर और बाड़मेर का दौरा किया है. इस दौरान जोधपुर में उन्होंने कहा पचपदरा स्थित रिफाइनरी और वहां बन रहे पेट्रो केमिकल कॉम्प्लेक्स, रिको के इंडस्ट्रीज एरिया को लेकर कुछ इश्यू हैं. इन सभी मुद्दों पर बात होगी और रिफाइनरी के कामों की समीक्षा की जाएगी. वहीं आचार संहिता के बीच इस तरह समीक्षा बैठक को लेकर जब सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि जो प्रोजेक्ट चल रहे हैं उनकी समीक्षा करनी होती है. इसका आचार संहिता से कोई लेना-देना नहीं है.
हालांकि, मुख्यमंत्री के मुख्य सचिव सुधांश पंत के जोधपुर और बाड़मेर दौरे को लेकर विपक्ष सवाल खड़े कर रही है. नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने आरोप लगया कि प्रदेश के मुख्य सचिव ताबड़तोड़ सरकारी विभागों का निरीक्षण कर प्रदेश की लचर शासन व्यवस्था को पटरी पर लाने के बहाने राजनीतिक हित साध रहे हैं. वह अधिकारियों को भ्रमित करने की कोशिश कर रहे हैं.
सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग हो रहा
टीका राम जूली ने कहा अब जनता मुद्दों की बात करने लगी है. सरकार अपनी विफलता और अकर्मण्यता को छुपाने के लिए मुख्य सचिव के माध्यम से सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर रही है. मुख्य सचिव चुनाव के दूसरे चरण में भाजपा खेमे को दिख रहे नुकसान को देखते हुए डैमेज कंट्रोल करने पर निकले हुए हैं. वे मीटिंगों की आड़ में बाड़मेर और जोधपुर में दौरे कर रहे हैं, ताकि चुनाव के दूसरे चरण के मतदान से पहले बाड़मेर और जोधपुर में दिख रही हार को टाला जा सके, यह स्वस्थ्य लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है.
स्वस्थ्य लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं- टीकाराम जूली
टीकाराम जूली ने बयान जारी कर कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी राजनीतिक भूल पर पर्दा डालने के लिए राजस्थान की शासन व्यवस्था को नौकरशाही के हवाले कर सरकार को पर्यटन पर भेज दिया है. लेकिन ऐसा करना न तो प्रदेश हित में है और ना ही लोकतंत्र के लिए ठीक. उन्होंने कहा, लोकसभा की 12 सीटों के लिए मतदान में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशियों की संभावित हार को देखते हुए मोदी और भाजपा के नेताओं के गुब्बारे की हवा निकल गई हैं. अब मोदी के भाषणों में से मोदी की गारंटियां गायब हो गई हैं. अब उन्हें जनता ही भगवान नजर आने लगी है, सच्चाई सामने आने पर जनता ने भाजपा को नकार दिया है. अब मोदी जी के झूठे वायदे और जुमले चलने वाले नहीं हैं.
आपको बता दें, मुख्य सचिव सुधांश पंत अधिकतर ओचक निरीक्षण करते रहते हैं ऐसे में सोमवार को उनके जोधपुर आने से पहले रविवार को पूरा जिला प्रशासन सजग रहा. कलेक्टर परिसर की सफाई करवाई गई और अधिकारियों को निर्देशित किया गया. अपने विभाग की पेंडेंसी की सूची बनाकर रखें.और ऑफिस में फाइल की पूरी जानकारी उनके पास रहे. इसके अलावा कोई भी अधिकारी कर्मचारी अनुपस्थित नहीं मिले. मुख्य सचिव के दौरे के चलते जोधपुर के सरकारी अस्पतालो में भी हलचल रही. औचक निरीक्षण के दौरान व्यवस्था बनी रहे इसको लेकर सभी जगह काम चलता रहा.
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