Bhilwara News: भीलवाड़ा जिले के मांडल कस्बे में स्थित देवनारायण मंदिर का विवाद एक बार फिर गहरा गया है. मंगलवार को देवनारायण जयंती के अवसर पर कुछ लोगों ने सोशल मीडिया पर मंदिर के बंद ताले खोलने की अफवाह फैला दी, जिससे गांव में सुबह से ही तनाव का माहौल बना हुआ है. प्रशासन के आला अधिकारी पूरे घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए हैं और स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए सतर्कता बरती जा रही है.
सोशल मीडिया पर 45 साल से बंद पड़े देवनारायण मंदिर के ताले खोलने की अफवाह फैलते ही प्रशासन और पुलिस अलर्ट मोड में आ गए. सुबह 8 बजे से ही प्रशासन और पुलिस की टीमें कस्बे में लगातार गश्त कर रही हैं. किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए कस्बे में 32 जगहों पर बैरिकेट्स लगाए गए हैं, ताकि बाहरी लोगों के प्रवेश को रोका जा सके.
45 साल से बंद हैं मंदिर के दरवाज़े
गौरतलब है कि यह मामला पिछले 45 सालों से कोर्ट में विचाराधीन है. विवादित स्थल पर मुस्लिम पक्ष अपना दावा पेश कर रहा है, वहीं हिंदू समाज की ओर से भी अपनी बात रखी गई है, जिस पर फैसला आना अभी बाकी है. करीब 15 दिन पहले कुछ शरारती तत्वों ने सोशल मीडिया पर मंदिर के ताले खोलने और परिसर में पूजा करने की घोषणा की थी.
सोशल मीडिया पर फैली अफवाह
इसके बाद से प्रशासन लगातार गुर्जर समाज के लोगों से बातचीत कर मामले के समाधान का प्रयास कर रहा था, लेकिन हाल ही में एक बार फिर सोशल मीडिया पर फैली अफवाहों ने स्थिति को तनावपूर्ण बना दिया. पूरे घटनाक्रम को देखते हुए डिप्टी मेघा गोयल और एसडीएम सीएल शर्मा लगातार अलग-अलग टुकड़ियों में गश्त कर रहे हैं. प्रशासन स्थिति पर पूरी तरह नजर बनाए हुए है और किसी भी संभावित विवाद को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जा रहे हैं.