बूंदी जिले के रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व अंतर्गत बूंदी रेंज के खटकड़ क्षेत्र में एक पैंथर की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. सूचना मिलते ही वन विभाग में हड़कंप मच गया. वन अधिकारियों को स्थानीय ग्रामीणों ने पैंथर के घायल अवस्था में होने की जानकारी दी गई थी, जिसके बाद विभागीय टीम तत्काल मौके पर रवाना की गई.
पैंथर झाड़ियों में मृत मिला
डीएफओ अरुण कुमार ने बताया कि खटकड़ इलाके में पैंथर के असामान्य व्यवहार और सही ढंग से विचलन (मूवमेंट) नहीं कर पाने की सूचना मिली थी. इस पर वन विभाग ने पैंथर की निगरानी के लिए टीम भेजी थी, और उसे इलाज के उद्देश्य से ट्रेंकुलाइज करने की तैयारी की जा रही थी. इसी दौरान, जब टीम ट्रेंकुलाइज की प्रक्रिया में जुटी थी, तब पैंथर झाड़ियों में मृत अवस्था में मिला. इसके बाद वन विभाग ने पैंथर को कब्जे में लेकर आवश्यक कानूनी प्रक्रिया शुरू की.
पैंथर के शरीर पर चोट के निशान नहीं थे
मामले को लेकर डीएफओ अरुण कुमार ने बताया कि पैंथर के शरीर पर किसी भी प्रकार के बाहरी चोट के निशान नहीं पाए गए हैं. प्रथम दृष्टया पैंथर की मौत बीमारी के चलते होना प्रतीत हो रही है, हालांकि वास्तविक कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा. उन्होंने बताया कि पैंथर का पोस्टमार्टम बूंदी वन विभाग की हनुमंत वाटिका में मेडिकल बोर्ड द्वारा कराया जा रहा है, ताकि किसी भी तरह की आशंका को पूरी तरह से दूर किया जा सके.
विषधारी टाइगर रिजर्व में अच्छी संख्या में पैंथर
रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व क्षेत्र में पैंथरों की अच्छी-खासी संख्या मौजूद है, और यह इलाका वन्यजीवों के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है. ऐसे में एक पैंथर की अचानक मौत ने वन्यजीव प्रेमियों और पर्यावरण से जुड़े लोगों को निराश कर दिया है. स्थानीय लोगों में भी इस घटना को लेकर चिंता का माहौल है.
पोस्टमार्टम के बाद होगी आगे की कार्रवाई
वन विभाग का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी, और यदि किसी प्रकार की लापरवाही या अन्य कारण सामने आते हैं, तो नियमानुसार कदम उठाए जाएंगे. फिलहाल विभाग पूरे मामले की गंभीरता से जांच कर रहा है और क्षेत्र में वन्यजीवों की निगरानी और सुरक्षा को और मजबूत करने की बात कही जा रही है.
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