मंगलवार को जयपुर पहुंचे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पवन खेड़ा ने केंद्र सरकार पर तीखे हमले किए. उन्होंने कहा कि केंद्र की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार हर दिन नए विवाद खड़े कर रही है क्योंकि उसके पास अपने बही-खाते में दिखाने के लिए कुछ नहीं है. उन्होंने कहा कि जिस सरकार के पास दिखाने के लिए कुछ होता है वह अपने बही खाते सार्वजनिक करने में संकोच नहीं करती. खेड़ा ने दावा किया मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने समाज के हर वर्ग को प्रभावित किया है क्योंकि उसने चुनाव घोषणा पत्र में किए गए 94 प्रतिशत वादे पूरे किए हैं.
जिस सरकार के बही खाते में कुछ होता वह घबराती नहीं हैः खेड़ा
जयपुर में पार्टी के प्रदेश कार्यालय में मीडिया से बातचीत में पवन खेड़ा ने कहा, “लोकतंत्र में सरकारों को समय-समय पर अपने बही खाता साझा करते रहना चाहिए. जिस सरकार के बही खाते में कुछ होता है वह घबराती नहीं और अपने बही-खाता सार्वजनिक करती है. और जिसके पास दिखाने को कुछ नहीं होता वह रोज नए विवाद पैदा करती है जैसा कि आपको केंद्र सरकार में होता हुआ दिख रहा है.”
गहलोत सरकार ने अपने 94 फीसदी वादे पूरे किएः खेड़ा
खेड़ा ने दावा किया कि राजस्थान में कांग्रेस सरकार गर्व से कह सकती है कि उसने कोरोना महामारी और उसके बाद के आर्थिक हालात के बावजूद 2018 के चुनावी घोषणापत्र में किए गए वादों में से 94% काम पूरे कर लिए हैं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली राजस्थान सरकार ने हर वर्ग के दिल को छुआ है और उनके लिए जुनून से काम किया है.
भाजपा का दूल्हा कौन? यह पता नहींः खेड़ा
खेड़ा ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा किये गये कार्यों को स्वीकार करना और बहस के लिए आना भाजपा के लिए एक चुनौती है. खेड़ा ने कहा, “भाजपा का 'दूल्हा' कौन है, यह पता नहीं है. इस चुनाव में जितने भी दूल्हें हैं, बाराती हैं उन सब को चुनौती देते हैं वे आ जाएं या किसी एक को भेज दें हम अपना बही-खाता दिखाने को तैयार हैं बहस को तैयार हैं. वे इस चुनौती को स्वीकार करते हैं या नहीं अब इस का इंतजार है.”
गहलोत सरकार ने हर वर्ग को राहत दीः खेड़ा
कांग्रेस नेता ने आगे कहा, “नौजवान हों, किसान हों, बुजुर्ग हों, कोई ऐसा वर्ग नहीं दिखेगा जिसे अशोक गहलोत सरकार ने छुआ नहीं हुआ। इस सरकार का सबसे महत्वपूर्ण शब्द 'राहत'.” उन्होंने कहा कि यह गर्व की बात है कि कांग्रेस ने एक ऐसी सरकार दी है जो अपने लोगों की बात सुनती है, नीतियां बनाती है और राहत प्रदान करती है.
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