Rajasthan News: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को प्रदेश में जाति आधारित सर्वेक्षण कराने का ऐलान कर दिया है. सीएम के इस फैसले पर शनिवार को कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन खेड़ा ने प्रतिक्रिया दी है. उदयपुर में मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा, 'राहुल गांधी ने अप्रैल 2023 में कहा था कि देश में जाति आधारित सर्वेक्षण होना चाहिए. क्योंकि आप बिना संख्या को जानें नीतियां कैसे बना सकते हैं? राजस्थान के सीएम ने भी घोषणा की है कि वे अगले कार्यकाल में जाति-आधारित सर्वेक्षण कराएंगे. प्रियंका गांधी वाड्रा ने छत्तीसगढ़ में भी इसकी घोषणा की है. हम सभी कांग्रेस शासित राज्य में जाति-आधारित सर्वेक्षण कराएंगे.'
सीएम गहलोत ने बैठक में की घोषणा
कांग्रेस के सभी बड़े नेता एक सुर में जाति सर्वेक्षण के मुद्दे को उठा रहें है. आज शनिवार को पवन खेड़ा ने मीडिया से बातचीत में जाति सर्वेक्षण कराने की बात कही, तो वहीं प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वार रूम में शुक्रवार को कांग्रेस की कोर कमेटी की बैठक में जाति आधारित गणना पर चर्चा की गई. बैठक में प्रदेश कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर रंधावा, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, सचिन पायलट और अन्य नेता मौजूद रहे. बैठक के बाद संवाददाताओं से बातचीत में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राजस्थान सरकार भी बिहार की तरह जाति आधारित गणना करवाएगी.
जितनी जनसंख्या उतनी भागीदारी
सीएम गहलोत ने कहा कि 'राहुल गांधी जी बार-बार कह रहे हैं, जितनी जिसकी जनसंख्या है उसकी भागीदारी उतनी होनी चाहिए. हम इस अवधारणा को आगे बढ़ाएंगे. इसलिए हमने फैसला किया है कि पार्टी के निर्णय को ध्यान में रखते हुए राजस्थान सरकार को इस अभियान की घोषणा करनी चाहिए. हमारी पार्टी की जो मंशा है वो सामने लायी जानी चाहिए. देश के अंदर विविध जातियां है. विविध धर्म के लोग रहते हैं जातियां अलग-अलग काम करती हैं, तो अगर ये पता चल जाएगा कि किस जाति की कितनी जनसंख्या है, तो हमारे लिए जाति के अनुसार योजना बनाना आसान हो जाएगा'.
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