गोविंद सिंह डोटासरा की पत्नी ने 5 साल पहले ही छोड़ी सरकारी नौकरी, PCC चीफ ने बताया कारण

राजस्थान कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा की पत्नी सुनीता ने पांच साल पहले ही शिक्षिका के पद से रिटायरमेंट ले लिया. इस दौरान कार्यक्रम में पहुंचे डोटासरा ने समय से पहले रिटायरमेंट लेने का कारण बताया.

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Rajasthan Politics: राजस्थान पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा (Rajasthan PCC Chief) शुक्रवार को सीकर दौरे पर थे. वह शिवसिंहपुरा स्थित राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल में अपनी पत्नी के रिटायरमेंट कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए पहुंचे. उनकी पत्नी सुनीता डोटासरा ने अपनी 35 वर्ष की सेवा पूरी कर अब 5 वर्ष पूर्व शिक्षिका के पद से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (VRS) ली है. इस दौरान डोटासरा सहित उनकी पत्नी सुनीता डोटासरा का ग्रामीणों ने माला, साफा व शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया. 

उपचुनाव पर बोले डोटासरा

कार्यक्रम के बाद मीडिया से बातचीत में गोविंद सिंह डोटासरा (Govind Singh Dotasara) ने भजनलाल सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि किरोड़ीलाल मीणा (Kirodi Lal Meena) का सम्मान नहीं हुआ, इसलिए आहत होकर उन्होंने इस्तीफा दिया. प्रदेश में होने वाले उपचुनाव पर बोलते हुए डोटासरा ने कहा कि 5 सीटों पर उपचुनाव होने हैं. पिछले 6-7 महीनों में प्रदेश सरकार ने कोई काम नहीं किया है.

भाजपा का कोई नेता इस्तीफा दे रहा है तो कोई बोल रहा है कि ब्यूरोक्रेसी हावी है. आज की तारीख में राजस्थान में सरकार नाम की कोई चीज नहीं है, सारा का सारा काम झगड़े का है. आज राजस्थान में विकास के नाम पर कोई काम हो नहीं रहा. इसे लेकर जनता में भी सरकार के खिलाफ काफी आक्रोश है. 

किरोड़ी लाल के इस्तीफे पर क्या बोले?

किरोड़ीलाल मीणा के इस्तीफे (Kirodi Lal Meena Reigns) की बात पर डोटासरा ने कहा कि वैसे भी उन्हें दे ही क्या रखा था. जो कद उनका है और जिस प्रकार का उन्होंने परसेप्शन हमारी सरकार के खिलाफ चाहे झूठ बनाया, जो उनका समाज उनसे अपेक्षा करता था, वह इस सरकार में मिल नहीं पाई. राजस्थान में पर्चियों से सरकार बन गई. किरोड़ीलाल मीणा का सम्मान नहीं हुआ. उससे आहत होकर वह इस्तीफा दिए हैं. मेरा मानना है कि वह बात के धनी हैं, अब इस्तीफा वापस नहीं लेंगे. 

मदन दिलावर पर बोला हमला

शिक्षा मंत्री मदन दिलावर पर उन्होंने कहा कि शिक्षा मंत्री का काम होता है कि वह प्रदेश में क्वालिटी एजुकेशन दें, सुसंस्कारित शिक्षा दे, लेकिन वह आदिवासी समाज पर टिप्पणी कर रहे हैं. इसके लिए उन्हें माफी मांगने चाहिए और मुख्यमंत्री को उनसे इस्तीफा लेकर विभाग अन्य किसी को सौंपना चाहिए.

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पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने अपनी पत्नी की स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति पर बोलते हुए कहा कि आज धर्मपत्नी सुनीता देवी की स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति हुई है. ऐसे में स्टाफ के द्वारा उनका विदाई कार्यक्रम रखा गया. इसके लिए मैं विद्यालय स्टाफ का आभारी हूं. सुनीता देवी ने जुलाई 1989 में शिक्षिका के रूप में सर्विस ज्वाइन की थी. 2029 में उनकी सेवानिवृत्ति होनी थी, लेकिन पारिवारिक कारणों से उन्होंने सेवानिवृत्ति ली. मेरे पिता भी टीचर थे और मेरे ससुर भी टीचर थे. 

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