फलौदी में पुलिस कस्टडी में आत्महत्या मामले में SP की बड़ी कार्रवाई, DSP सस्पेंड और देचू थाने के सभी 24 पुलिसकर्मी लाइन हाजिर

इस मामले में पुलिस कप्तान पूजा अवाना ने बड़ा एक्शन लिया है. फलोदी एसपी ने तत्काल एक्शन लेते हुए डीएसपी को सस्पेंड कर दिया गया जबकि थाने के कर्मियों को लाइन हाजिर किया गया है.

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Rajasthan Phalodi Suicide: राजस्थान के फलोदी जिले में गुरुवार (3 अक्टूबर) की रात में एक युवक ने पुलिस कस्टडी में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली. बड़ी बात यह है कि रात में तैनात पुलिसकर्मी को इस बात की भनक भी नहीं ली. वहीं सुबह पुलिसकर्मी जब युवक को देखने पहुंचे तो उसकी बॉडी लटकती मिली. यह पूरी घटना फलोदी के देजू थाने में घटी. इस घटना के बाद यहां तैनात सभी पुलिसकर्मियों के हाथ-पांव फुलने लगे. आनन फानन में डॉक्टर को बुलाकर युवक की जांच करवाई गई तो उसे मृत घोषित कर दिया गया. 

इस घटना के बाद बात तब और बढ़ गई जब युवक के पुलिस कस्टडी में मौत के बाद नाराज लोगों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया. वहीं घटना स्थल पर एसपी पूजा अवाना पहुंची और पूरी घटना के बारे में जानकारी ली.

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एसपी पूजा अवाना ने लिया एक्शन

अधिकारिक रूप से पूछताछ और जांच के बाद अब इस मामले में पुलिस कप्तान पूजा अवाना ने बड़ा एक्शन लिया है. फलोदी एसपी ने तत्काल एक्शन लेते हुए डीएसपी शंकरलाल छावा को सस्पेंड कर दिया. जबकि देचू थाने के पूरे स्टाफ को लाइन हाजिर कर दिया है. बताया जाता है कि देचू थाने में 24 पुलिसकर्मी तैनात थे. उन सभी पुलिसकर्मी को लाइन हाजिर करने का आदेश दिया है. वहीं पवन कुमार को देचू थाने की जिम्मेदारी सौंपी है. जबकि 14 पुलिसकर्मियों को देचू थाने में तत्काल प्रभाव से ज्वाइन करने का आदेश दिया है.

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इन पुलिसकर्मियों को किया गया लाइन हाजिर

एसपी पूजा अवाना ने सब इंस्पेक्टर दाउद खां, एएसआई धन्नाराम, हेड कांस्टेबल भागीरथ समेत कांनस्टेबल बाबूराम, रामनारायण, अशोक कुमार, मांगाराम, देदाराम, कमल किशोर, राकेश कुमार मीणा, सीताराम, संतोष कुमार, खुमाराम, गिरधारीराम, ओम प्रकाश, श्रवण कुमार, कमलेश, तुलछाराम, मांगीलाल, बेबीदेवी, मुकेश कुमार, देवाराम और कमल किशोर को लाइन हाजिर किया है.

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युवक ने क्यों कि आत्महत्या

बताया जाता है कि पुलिस ने जिस युवक को पकड़कर लाई थी उससे बलात्कार मामले में पूछताछ की जा रही थी. जबकि युवक को पुलिस ने हवालात के बजाए एक कमरे में बिठाया था. लेकिन उसने रात में अपने रुमाल से फांसी लगा ली. हालांकि पुलिस के इस बयान पर कि उसने आत्महत्या कर ली इस पर परिजन ने पुलिस पर हत्या का आरोप लगाया है. पुलिस मौत को सुसाइड दिखाने की कोशिश कर रही है.

पूरे मामले को लेकर जोधपुर रेंज आईजी विकास कुमार ने अपनी छुट्टी कैंसल कर जयपुर से जोधपुर लौटे और दिन भर इस पूरे मामले पर नजर बनाए रखी. शेरगढ़ विधायक बाबू सिंह राठौड़ ने बताया कि मृतक के परिवार को 15 लाख की आर्थिक सहायता की मदद की घोषणा की गई है. साथ ही परिवार के सदस्य को संविदा पर नौकरी दी जाएगी. और इस पूरे मामले की जुडिशल जांच होगी. रेंज आईजी विकास कुमार का कहना है कि जो भी घटना हुई है वह दुखद है और भविष्य में इस तरह की पुनरावृत्ति नहीं हो जिसके लिए प्रयास किए जाएंगे.

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