जयपुर मेट्र्रो का फेज-2 जल्द होगा शुरू, राज्य सरकार ने केंद्र सरकार को भेजी प्रोजेक्ट रिपोर्ट; यह रहेगा रूट 

फेज 2 में कुल 36 स्टेशन बनना प्रस्तावित है. इससे हरमाड़ा, अंबाबाड़ी, पानीपेच, कलेक्ट्रेट, एसएमएस हॉस्पिटल, गांधीनगर स्टेशन, बीटू बाईपास, सीतापुरा जैसे प्रमुख जगहों को जोड़ेगा.

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Jaipur Metro: जयपुर में फिलहाल मानसरोवर से बड़ी चौपड़ तक मेट्रो का संचालन किया जाता है. इसमें कुल 11 स्टेशन है.  मेट्रो के पहले फेज का काम दो चरणों में पूरा हुआ. पहले चरण में मानसरोवर से चांदपोल तक 9 स्टेशन बनाए गए. ये काम 13 नवंबर 2010 को शुरू हुआ और 2014 में पूरा हुआ. 3 जून 2015 से मानसरोवर से चांदपोल के बीच में मेट्रो का संचालन शुरू हुआ. 

वहीं, दूसरे चरण में चांदपोल से बड़ी चौपड़ तक मेट्रो का विस्तार किया गया. इसमें दो नए स्टेशन छोटी चौपड़ और बड़ी चौपड़ बनाए गए. हालांकि ये प्रोजेक्ट 2014 से 2018 के बीच पूरा होना था, लेकिन यहां 23 सितंबर 2020 से संचालन शुरू हो पाया. डीपीआर के मुताबिक इस फेज के निर्माण में कुल 3 हजार 149 करोड़ रुपए खर्च हुए. मानसरोवर से बड़ी चौपड़ मेट्रो की कुल लंबाई 12.067 किलोमीटर है.

मेट्रो फेज 2 के अंतर्गत करीब 42.80 किलोमीटर का ट्रैक बनेगा

मेट्रो फेज 2 के अंतर्गत करीब 42.80 किलोमीटर का ट्रैक बनेगा. सेकंड फेज में ऑरेंज लाइन मेट्रो बनाई जा रही है, जो कि टोडी मोड से प्रहलादपुरा तक बनाया जाएगा. राज्य सरकार की ओर से मई में इसको प्रोजेक्ट रिपोर्ट केंद्र सरकार को भेजी गई है.

लागत करीब 14 हजार 67 करोड़

फेज 2 में कुल 36 स्टेशन बनना प्रस्तावित है. इससे हरमाड़ा, अंबाबाड़ी, पानीपेच, कलेक्ट्रेट, एसएमएस हॉस्पिटल, गांधीनगर स्टेशन, बीटू बाईपास, सीतापुरा जैसे प्रमुख जगहों को जोड़ेगा. फेज 2 की प्रोजेक्ट रिपोर्ट के मुताबिक इसकी लागत करीब 14 हजार 67 करोड़ आएगी. प्रोजेक्ट दिवाली से शुरू होने का अनुमान है और अगले 5 साल में पूरे होने की उम्मीद है. 

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इसके अलावा मेट्रो के फेज 1 सी और 1 डी के लिए भी मंजूरी दी गई है. फेज 1 सी के तहत बडी चौपड़ से ट्रांसपोर्ट नगर के बीच कुल 2.85 किलोमीटर में दो स्टेशन रामगंज और ट्रांसपोर्ट नगर बनेंगे. इस फेज में लगभग 205 करोड़ का खर्च होने का अनुमान है. वहीं, फेज-1 डी के तहत मानसरोवर से अजमेर 200 फीट बाईपास तक 2 किमी में नया रूट बनेगा. इस फेज में 204.81 करोड़ खर्च होने का अनुमान है. 

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