Rajasthan Politics: किस ओर जाएगी राजस्थान कांग्रेस, विधायक दल बैठक की तस्वीर से मिल रहे कई सियासी संकेत

राजस्थान कांग्रेस विधायक दल की बैठक की जो तस्वीर सामने आई है. वह चर्चाओं में आ गई है. बैठक में नेताओं की जो सीटिंग अरेंजमेंट थी, उससे सियासी संकेत मिलने लगे हैं.

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Rajasthan Politics: राजस्थान में कांग्रेस ने सरकार को घेरने के लिए बजट से ठीक एक दिन पहले विधायक दल की बैठक बुलाई. इस बैठक में न केवल विधानसभा में भजनलाल सरकार को घेरने को लेकर रणनीति तैयार की गई. बल्कि आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर विधायकों और नेताओं के साथ चर्चा की गई है. विधायक दल की बैठक में पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा, सुखजिंदर सिंह रंधावा, टीकाराम जूली, सचिन पायलट और शांति धारीवाल समेत हरीश चौधरी शामिल हुए. 

राजस्थान कांग्रेस विधायक दल की बैठक की जो तस्वीर सामने आई है. उस बैठक की तस्वीर अब चर्चाओं में आ गई है. बैठक में जो तस्वीर देखी गई और नेताओं की जो सीटिंग अरेंजमेंट थी, उससे सियासी संकेत मिलने लगे हैं. आपको बता दें, अशोक गहलोत इस बैठक में शामिल नहीं हो सके, क्योंकि वह बीमार है. 

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मंच पर बैठे नेताओं की सीटिंग अरेंजमेंट को लेकर चर्चा

कांग्रेस विधायक दल की बैठक जयपुर के होटल मेरियट में आयोजित की गई. वहीं इस बैठक में मंच पर जो नेताओं की सीटिंग अरेंजमेंट थी उसकी चर्चा हो रही है. दरअसल, मंच पर प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा, पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली, राष्ट्रीय महासचिव सचिन पायलट, विधायक शांति धारीवाल और हरीश चौधरी थे. मंच पर इनकी सीटिंग अरेंजमेंट को देखें तो शांति धारीवाल और डोटासरा की कुर्सी एक साथ दिखी. जबकि टीकाराम जूली और सुखजिंदर सिंह रंधावा एक साथ बैठे. वहीं सचिन पायलट और हरीश चौधरी को एक साथ बिठाया गया. ऐसे में शांति धारिवाल और हरीश चौधरी को मंच पर स्थान मिलना बड़ी बात कही जा रही है. क्योंकि उन्हें वरीष्ठ नेताओं की हैसियत से मंच पर बिठाया गया.

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पोस्टर में लगी तस्वीर दे रही सियासी संकेत

विधायक दल की बैठक में जो मंच पर पोस्टर लगे हैं. उस पर कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता और प्रदेश के नेताओं की तस्वीर लगी थी. वहीं इसमें भंवर जितेंद्र सिंह की भी तस्वीर भी दिखाई दी है. यह तस्वीर सियासी संकेत दे रहे हैं. बता दें, भवंर सिंह मध्य प्रदेश के प्रभारी हैं. वहीं लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान वह काफी चर्चाओं में रहे थे. लोकसभा चुनाव के दौरान अलवर के पूर्व सांसद करण सिंह यादव का टिकट काटा गया. इसके बाद 25 साल से कांग्रेस में काम कर रहे करण सिंह यादव ने पार्टी छोड़ दी. जबकि उन्होंने भंवर जितेंद्र सिंह पर कई आरोप लगाए थे. उन्होंने भंवर सिंह पर राजनीतिक करियर खत्म करने का आरोप भी लगाया था.

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भंवर सिंह इन दिनों मध्य प्रदेश की सियासत में चर्चाओं में है. वहीं राजस्थान विधायक दल की बैठक में उन्हें इनडायरेक्ट जगह मिलना सियासी गलियारों में कई नए कयास लगने लगे हैं.

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