चुरू जेल की सुरक्षा पर बुधवार को फिर से सवाल खड़े हुए. बुधवार को चूरू जेल में बंद एक आरोपी ने आत्महत्या कर ली. आरोपी पोक्सो एक्ट में गिरफ्तार हुआ था. इससे पहले भी इसी साल चूरू जेल में पोक्सो एक्ट के एक और आरोपी ने आत्महत्या की थी. इस तरह बुधवार की घटना एक साल में जेल में सुसाइड की दूसरी घटना हुई. जेल में कैदी की आत्महत्या की बात सामने आते ही प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया. मामले की छानबीन शुरू कर दी गई है.
मिली जानकारी के अनुसार चूरू जिला कारागृह के बैरक नंबर चार में पोक्सो एक्ट के आरोप में विचाराधीन कैदी का शव जेलर ऑफिस के पास बाथरुम में तौलिए से लटका मिला. जेल प्रशासन सुबह करीब 9 बजे जब जेल में बंदियों की गिनती की कर रहा था तब इस घटना की जानकारी मिली.
23 वर्ष के आरोपी ने जेल में की आत्महत्या
जेल में सुसाइड करने वाले बंदी की पहचान प्रभुराम मेघवाल के रूप में हुई है. वह 23 वर्ष का था. पॉक्सो मामले में जिला जेल में पिछले तीन महीने से बंद था और मामला कोर्ट में विचाराधीन चल रहा है. सूचना के बाद कोतवाली पुलिस और डॉक्टर स्टाफ के साथ जिला जेल पहुंचे. मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर परिजनों को सूचना दी.
21 मई को जेल में लाया गया था बंदी प्रभुराम
जिला जेल के डीएसपी कैलाश सिंह शेखावत ने बताया कि गांव आलसर के प्रभुराम मेघवाल के खिलाफ राजलदेसर थाने में पॉक्सो का मामला दर्ज हुआ था. कोर्ट में विचाराधीन इस मामले में प्रभुराम को 21 मई 2023 को जिला जेल में लाया गया था. बंदी के आचरण के आधार पर उसे ऑफिस में सफाई का कार्य दिया गया था.
कैदियों की गिनती में एक बंदी मिला कम, फिर हुई तलाशी
बुधवार सुबह जब बंदियों की गिनती की गई तो बैरक संख्या चार का बंदी नहीं मिला. जब उसकी तलाश की गई तो वह ऑफिस के पास बाथरूम में तौलिए से लटका मिला. कोतवाली पुलिस तथा जिला प्रशासन को घटना की सूचना दी गई. सूचना के बाद एसीजीएम लीलूराम सिहाग जिला जेल पहुंचे। जेल प्रशासन प्राथमिक तौर पर मामले को खुदकुशी का मान रहा है. हालांकि पुलिस इसकी हर पहलू से जांच करेगी.
जुलाई 2022 में एक और बंदी ने की थी आत्महत्या
गौरतलब है कि इससे पहले 25 जुलाई 2022 में जिला जेल के बैरक नंबर 6 में पॉक्सो के विचाराधीन बंदी छगनलाल का शव भी बाथरूम में तौलिया से लटका हुआ मिला था. जिला जेल में फिलहाल 302 कैदी बंद है। जबकि जिला जेल की क्षमता 163 बंदियों को रखने की है.