Naresh Meena: झालावाड़ स्कूल हादसे में मृतक बच्चों के परिजनों की मांग को लेकर अनशन कर रहे नरेश मीणा को पुलिस ने अनशन स्थल से उठाकर SMS अस्पताल में भर्ती करवाया है.नरेश मीणा के अनशन का आज सातवां दिन था. तबीयत लगातार बिगड़ती जा रही थी, ऐसे में पुलिस ने नरेश मीणा के अनशन नहीं तोड़ने की स्थिति में SMS के ICU में एडमिट करवाया है. पुलिस की इस कार्यवाही का नरेश मीणा के समर्थकों ने विरोध किया है. पूर्व मंत्री प्रताप सिंह ने भी ट्वीट कर पुलिस के इस रवैये की निंदा की है.
पूर्व कैबिनेट मंत्री कांग्रेस नेता प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि झालावाड़ में हुई स्कूल त्रासदी के बाद दिवंगत हुए मासूम बच्चों के परिजनों के साथ जो अन्याय राजस्थान की सरकार ने किया उससे बुरा कुछ नहीं हो सकता. मासूम बच्चों के परिजनों को बकरियां देकर राजस्थान सरकार ने जो अपमान किया है उसकी जितनी निंदा की जाए कम है.
''उन्हें लाठी डंडों के जोर से उठाना क्यों चाहती है ?''
उन्होंने कहा, ''मासूम बच्चों के परिजनों को न्याय दिलवाने के लिए जयपुर स्थित शहीद स्मारक पर युवा नेता श्री नरेश मीणा व पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा आंदोलन और अनशन कर रहे है, संविधान हमें आंदोलन और अनशन का अधिकार देता है.
फिर राजस्थान सरकार न्याय दिलाने के लिए के जो नेता संघर्ष कर रहे हैं, उन्हें लाठी डंडों के जोर से उठाना क्यों चाहती है ? राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल जी आप कान खोलकर सुन लीजिए झालावाड़ मामले में आपको उचित कार्रवाई करनी पड़ेगी और प्रत्येक पीड़ित परिवार को 50 लाख मुआवज़ा देना ही होगा.''
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